जयपुर के एस पी भारिल्ल किये गए ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित

एस पी भारिल्ल को मुंबई में कोलाबा स्थित ताज महल होटल में महाराष्ट्र और गोवा के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा ‘चैम्पीयंस ऑफ़ चेंज’ पुरस्कार से नवाज़ा।
जयपुर के एस पी भारिल्ल किये गए  ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित

'चैंपियंस ऑफ चेंज' पुरस्कार इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकॉनमी संस्था द्वारा सकारात्मक प्रयासों से विभिन्न क्षेत्रों में परिवर्तन लाने वाले राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमियों को दिया जाता रहा है। गांधीवादी मूल्यों, स्वच्छता, समाज सेवा और सामाजिक उन्नति आदि उद्देश्य इसमें प्रमुख है।

विशिष्ट ज्यूरी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व प्रमुख न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन एवंसुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्रा ने शिक्षा और उद्यमिता के कार्य क्षेत्र में जयपुर के एस पी भारिल्ल के नाम का चयन किया था।

मीडिया से मुख़ातिब होते हुए भारिल्ल ने कहा

समारोह के पश्चात् मीडिया से मुख़ातिब होते हुए भारिल्ल ने कहा की, "यह पुरस्कार उन सभी लोगों को समर्पित है जो मेरे साथ इस मिशन में जुड़े हुए हैं, जिसमें हम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु प्रयासरत हैम। उद्यमिता से व्यक्ति आत्मनिर्भर बनता है, उसका आत्मसम्मान बढ़ता है, परिवार में ख़ुशहाली आती है और शिक्षा से चारित्रिक विकास होता है।

चरित्र के बिना सफलता अधूरी है, इसीलिए उद्यम से जीवन में सफलता और आध्यात्मिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा से चारित्रिक विकास करना मेरा मिशन है। करोड़ों भारतीयों में उद्यम को सकुशल संचालित करने के लिए आवश्यक कौशल और योग्यता विकसित करके हम सभी मिलकर विश्व पटल पर भारत की अलग पहचान बना सकते हैं। इस पुरस्कार से हमारे मिशन को एक गति मिली है जिसके लिए मैं राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी और ज्यूरी के सदस्य देश के पूर्व मुख्य न्यायधीश केजी बालाकृष्ण, न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्रा का धन्यवाद देता हूं।

एस पी भारिल्ल दो बेस्ट्सेलर पुस्तक 'जीने के रहस्य 18 चैप्टर्स' व 'ज़िंदगी बेनक़ाब' के लेखक है साथ ही पिछले 22 वर्षों से अपने प्रेरक सेमिनारों व ट्रेनिंग के जरिये भारतवर्ष में उद्यमिता को बढ़ावा देने का कार्य किया है। जिसके कारण आज लाखों लोग अपने सपने साकार कर पाए हैं। इनके सेमिनारों को हज़ारों की संख्या में देश के कोने-कोने से आने वाले उद्यमियों द्वारा खूब सराहा जाता है।

कई चेरिटेबल संस्थाओं का कुशल नेतृत्व कर रहे

इसके साथ ही इन्होने देश-विदेश में किए गए आध्यात्मिक भाषणों ने अहिंसा, सत्य और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा दिया है। आध्यात्मिक सिद्धांतों की शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने हेतु कई चेरिटेबल संस्थाओं का कुशल नेतृत्व कर रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर आपके लाखों की संख्या में सब्सक्राइबर्स और व्यूअर्ज़ है जिससे प्रेरित होकर लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं।

एस पी भारिल्ल को सन् 2006 में समाज कल्याण में उल्लेखनीय योगदान हेतु 'इंदिरा गांधी प्रियदर्शिनी अवार्ड' से भी नवाज़ा गया है।

भारिल्ल के अलावा समारोह में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले, पद्मश्री से सम्मानित सिंधुताई सपकल, फ़िल्म जगत से जैकी श्रॉफ़, दिया मिर्ज़ा, नवाज़ुद्दीन सिद्धिकी, उदित नारायण व मोतीलाल ओसवाल को भी नवाज़ा गया।

सामाजिक सेवा कार्यों में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड समारोह का आयोजन हर साल किया जाता रहा है। पूर्व में यह पुरस्कार तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पतंजलि आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, हेमा मालिनी समेत कई उद्यमियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को मिल चुका |

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