सचिन की तरह 10 नंबर की जर्सी पहनने वाले इस खिलाड़ी ने कैसे रचा इतिहास देखिए...

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जोहान्सबर्ग टेस्ट के दूसरे दिन शार्दुल ठाकुर ने शानदार गेंदबाजी कर विरोधी टीम को धराशाही कर दिया। शार्दुल ने मैच में बैकफुट पर आई टीम इंडिया को 7 विकेट लेकर वापसी की राह पर लौटा दिया।
जोहान्सबर्ग टेस्ट के दूसरे दिन शार्दुल ठाकुर ने शानदार गेंदबाजी कर विरोधी टीम को धराशाही कर दिया

जोहान्सबर्ग टेस्ट के दूसरे दिन शार्दुल ठाकुर ने शानदार गेंदबाजी कर विरोधी टीम को धराशाही कर दिया

डेस्क न्यूज. बचपन में मौहल्ले की गलियों में अपने दोस्तों के गिल्ले उठाने वाला एक बच्चा, क्रिकेट का इतना बढ़ा फेन की जब भी खाली होता तो क्रिकेट के आलावा उसको कुछ नहीं दिखता और ये क्रिकेट कोई फोन में नहीं खेलता था बल्कि खेल के मैदान अपना पसीना बहाता था और उसी मेहनत ने आज उसे भारतीय क्रिकेट का स्टार बना दिया। उस खिलाड़ी के करीबी बताते है कि एक बार उस बच्चे ने स्कूल में क्रिकेट खेलते वक्त 6 गेंदों पर 6 छक्के भी लगा दिया।

<div class="paragraphs"><h3>शार्दुल ने मैच में बैकफुट पर आई टीम इंडिया को 7 विकेट लेकर वापसी की राह पर लौटा दिया</h3><p><br></p></div>

शार्दुल ने मैच में बैकफुट पर आई टीम इंडिया को 7 विकेट लेकर वापसी की राह पर लौटा दिया


photo- news18india.com

शार्दुल ने मैच में बैकफुट पर आई टीम इंडिया को 7 विकेट लेकर वापसी की राह पर लौटा दिया

अपने बोलिंग स्टाइल की वजह से अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान रखने वाले और हमेशा खेल के मैदान में अपने कूल नेचर की वजह से जाना जाने वाला भारतीय क्रिकेट का वो चेहरा जिसने अपनी बालिंग की करामात से क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जोहान्सबर्ग टेस्ट के दूसरे दिन शार्दुल ठाकुर ने शानदार गेंदबाजी कर विरोधी टीम को धराशाही कर दिया। शार्दुल ने मैच में बैकफुट पर आई टीम इंडिया को 7 विकेट लेकर वापसी की राह पर लौटा दिया। शार्दुल की शानदार गेंदबाजी की बदौलत ही मेजबान टीम पहली पारी में भारत के 202 रनों के जवाब में 229 रन पर ढेर हो गई। दक्षिण अफ्रीका को मात्र इस मैच में 27 रन की बढ़त मिली। भारतीय टीम की मुश्किल और बढ़ सकती थी अगर शार्दुल सही समय पर विकेट नहीं लेते तो।

आईपीएल में दिखा चुके है अपना जलवा

16 अक्टूंबर 1991 में पालघर के महाराष्ट्र में जन्म शार्दुल ठाकुर दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज हैं। शार्दुल को निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए भी देखा जा सकता हैं। घरेलू क्रिकेट में शार्दुल मुंबई की टीम से खेलते हैं। आईपीएल में वे किंग्स इलेवन पंजाब और राइजिंग पुणे का हिस्सा रह चुके हैं।

2012 को राजस्थान के खिलाफ खेला था शार्दुल ठाकुर ने अपना पहला मैच

शार्दुल ठाकुर ने अपने करियर की शुरुआत मध्यम गति के तेज गेंदबाजी के तौर पर की थी. इन्होने अपना पहला मैच नवम्बर 2012 को राजस्थान के खिलाफ खेला था जिसमे इन्होने उस मैच में 82.0 की औसत से 4 विकेट लिए थे। कैरीयर की शुरुआत कुछ खास नहीं हुई लेकिन बाद में लगातार अपनी बेहतरी गेंदबाजी की बदौलत टीम इंडिया के साथ ही क्रिकेट प्रेमीयों के दिलों में अपनी जगह बनाई।

शार्दुल ठाकुर के घरेलू कैरियर पर एक नजर

  • शार्दुल ठाकुर ने अपने स्कूली क्रिकेट जीवन में एक बार 6 गेंदों पर लगातार 6 छक्के लगाए थे। इन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत नवम्बर 2012 में जयपुर के SMS स्टेडियम में राजस्थान के खिलाफ खेल कर की, इनके कैरियर की शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी। पहले चार मैचों के आंकड़े देखे तो 82.0 की गेंदबाजी औसत से शार्दुल महज 4 विकेट ही झटके थे।

  • 2012-13 की रणजी ट्रॉफी में इन्होंने 26.25 की औसत से 6 टेस्ट मैचों में 27 विकेट लिए जिसमें एक बार एक पारी में 5 विकेट भी लिए थे। इसके अलावा इन्होंने 2013-14 की रणजी ट्रॉफी में 20.81की गेंदबाजी औसत से 10 मैचों में 48 विकेट लिए।

  • 2015-16 रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में उन्होंने सौराष्ट्र की टीम के खिलाफ आठ विकेट लिए और मुंबई टीम को 41वीं जीत दिलाई।

अंतरराष्ट्रीय कैरियर

शार्दुल भारतीय क्रिकेट टीम के 2016 के वेस्टइंडीज दौरे के लिए 16 सदस्यीय टीम में चुना गया था, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद अगस्त 2017 में उनका नाम भारतीय क्रिकेट टीम के 2017 के श्रीलंका दौरे की वनडे सीरीज में शामिल किया गया, जिसमें उन्हें खेलने का भी मौका मिला। उन्होंने 31 अगस्त को श्रीलंका के खिलाफ अपना एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में पदार्पण किया। शार्दुल 10 नंबर की जर्सी पहनने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं, जिसका इस्तेमाल पहले सचिन तेंदुलकर करते थे, जिसके कारण सोशल मीडिया पर इसने काफी विवाद खड़ा कर दिया है।

सचिन तेंदुलकर की सलाह से घटाया शार्दुल ने अपना 13 किलो वजन

वर्ष 2012 में जब शार्दुल ठाकुर घरेलू सीजन में अपने आप को स्थापित करने की कोशिश कर रहे थे उनका वजन बढ़कर 83 किलोग्राम तक पहुंच गया था। लोग उन्हें वजन घटाने के लिए तरह-तरह की सलाह दे रहे थे। इसी दौरान शार्दुल ठाकुर की मुलाकात भारत के महान क्रिकेटर रहे और कभी खुद भी मुंबई टीम का हिस्सा रहे सचिन तेंदुलकर से हुई। सचिन ने उन्हें समझाया कि आज के क्रिकेट में अगर कैरियर बनाना है तो फिटनेस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अब तक लोगों की सलाहों को नजरंदाज कर शार्दुल ठाकुर के मन में सचिन की बात बैठ गई और उन्होंने खुद को फिट बनाने के लिए 13 किलों वजन कम कर लिया। इसका सकारात्मक प्रभाव शार्दुल ठाकुर के क्रिकेट कैरियर पर दिखाई पड़ा।

<div class="paragraphs"><p>जोहान्सबर्ग टेस्ट के दूसरे दिन शार्दुल ठाकुर ने शानदार गेंदबाजी कर विरोधी टीम को धराशाही कर दिया</p></div>
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