टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वाली बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने राष्ट्रमंडल खेलों से पहले सनसनीखेज आरोप लगाया है। लवलीना का कहना है कि वह उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं और उन्हें कोच के साथ ट्रेनिंग करने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
लवलीना ने ये आरोप किस पर लगाए हैं ये अब तक साफ नहीं हो पाया है। हालांकि इससे साफ है कि खेल गांव में उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) की ओर से भेजी गई खिलाड़ियों और स्टाफ की पहली सूची में संध्या गुरुंग का नाम नहीं था। इसके बाद बीएफआई की ओर से अपडेटेड लिस्ट भेजी गई, जिसमें संध्या को भी नहीं रखा गया। बाद में लवलीना की मांग पर संध्या का नाम भारतीय खेल प्राधिकरण को भेज दिया गया। ऐसे में साईं संध्या को भेजने के लिए तैयार हो गए। अब संध्या जब बर्मिंघम पहुंचती हैं तो उन्हें खेल गांव में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
खबरों के अनुसार बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से पहली बार 6 जुलाई को कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भेजी गई खिलाड़ियों और स्टाफ की सूची में लवलीना की कोच संध्या का नाम शामिल नहीं था। वहीं, 18 जुलाई को फेडरेशन की ओर से अपडेटेड लिस्ट भेजी गई थी, जिसमें उनके कोच का नाम नहीं था। लवलीना की बार-बार मांग के बाद संध्या का नाम भारतीय खेल प्राधिकरण को भेजा गया, जिसके बाद कोच के जाने पर इजाजत दी।