पिता उठाते थे सिलेंडर, बेटा बना क्रिकेटर; क्रिकेटर रिंकू सिंह बने माता-पिता के लिए वरदान, देखें Video...

लगातार 5 छक्के लगाने वाले क्रिकेटर रिंकू सिंह कभी कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोछा लगाने का काम किया करते थे।
पिता उठाते थे सिलेंडर, बेटा बना क्रिकेटर; क्रिकेटर रिंकू सिंह बने माता-पिता के लिए वरदान, देखें Video...
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अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गुजरात टाइटंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेले गये मुकाबले में अलीगढ़ के रिंकू सिंह की जिंदगी बदल गयी है। रिंकू सिंह ने लगातार 5 छक्के लगाकर केकेआर को जीत तो दिलाई लेकिन सभी क्रिकेट फैंस का दिल भी जीत लिया है।

रिंकू एक गरीब परिवार से आते है और  6 भाई-बहनों में तीसरे नंबर के हैं।  रिंकू के पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और वह गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे। हालांकि रिंकू ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है जिसके कारण उन्हें कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोछा लगाने की नौकरी भी करनी पड़ी थी।

रिंकू की मेहनत नहीं छोड़ी और क्रिकेट खेलते रहे आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश की ओर से लिस्ट-ए और टी20 क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। रिंकू सिंह ने दो साल बाद पंजाब के खिलाफ मुकाबले से अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू भी किया।

आईपीएल 2017 की नीलामी में रिंकू को किंग्स इलेवन पंजाब ने 10 लाख रुपए में खरीदा था। हालांकि उस सीजन उन्हें एक ही मुकाबला खेलने को मिला। साल 2018 के सीजन में रिंकू सिंह को 80 लाख रुपये की कीमत में कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी टीम में शामिल किया। तब से वह केकेआर से जुड़े हुए हैं।

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