डॉक्टर की जान बचाने के लिए बनाया गया 175 KM लंबा ग्रीन कॉरिडोर, एयर एम्बुलेंस से 18 लाख किराया देकर हैदराबाद भेजा

डॉक्टर सत्येंद्र मिश्रा को कोरोना के कारण फेफड़ों का संक्रमण अधिक हुआ है। एमपी में इलाज संभव नहीं था। सीएम शिवराज के निर्देश पर सागर कलेक्टर डॉ. मिश्रा को इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से हैदराबाद भेजा गया।
प्रतिकात्मक तस्वीर
प्रतिकात्मक तस्वीर

डेस्क न्यूज़- मध्य प्रदेश में, हर तरफ कोरोना संक्रमण का प्रकोप है। इस बीच, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टर सत्येंद्र मिश्रा की जान बचाने के लिए सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। डॉक्टर सत्येंद्र मिश्रा को कोरोना के कारण फेफड़ों का संक्रमण अधिक हुआ है। एमपी में इलाज संभव नहीं था। सीएम शिवराज के निर्देश पर सागर कलेक्टर डॉ. मिश्रा को इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से हैदराबाद भेजा गया है, जहां उनका इलाज शुरू हो गया है।

रविवार को बैंक खुलवाकर किया भुगतान

डॉक्टर को इलाज के लिए सागर से हैदराबाद जाना

था। इसके लिए एयर एंबुलेंस से संपर्क किया

गया है। एयर एम्बुलेंस ने किराया 18 लाख से थोड़ा

अधिक बताया। साथ ही पहले भुगतान की भी मांग

की। रविवार होने के कारण बैंक बंद था। बिना

बैंक ओपन ट्रांसफर के इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर करना संभव नहीं था। ऐसी स्थिति में,

सागर कलेक्टर बैंक ऑफ इंडिया की मुंबई शाखा ने विशेष अनुमति के साथ सागर में बैंक खुलवाया। उसके बाद एयर एंबुलेंस को भुगतान किया गया।

डॉक्टरों की एक टीम एयर एंबुलेंस से भोपाल पहुंची

उसके बाद हैदराबाद से डॉक्टरों की एक टीम एयर एंबुलेंस से भोपाल पहुंची। यहां से डॉक्टरों की एक विशेष टीम रविवार रात सागर के भाग्योदय अस्पताल में विशेष एम्बुलेंस द्वारा सड़क मार्ग से पहुंची। उसके बाद, डॉक्टरों की टीम ने सागर में ही उनका संपूर्ण परीक्षण किया। सागर कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि डॉ. सतेन्द्र मिश्रा की गहन जांच के बाद, हैदराबाद से डॉक्टरों की टीम सोमवार सुबह 5:00 बजे एक विशेष एम्बुलेंस के साथ भोपाल के लिए रवाना हुई।

175 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया

सागर कलेक्टर ने बताया कि जिले में भाग्योदय अस्पताल से भोपाल हवाई अड्डे तक 175 किलोमीटर लंबी ग्रीन कॉरिडोर रोड बनाई गई थी। पुलिसकर्मियों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह भोपाल एयरपोर्ट से हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं। वहां उसका इलाज शुरू हो गया है।

वहीं, डॉ. सत्येंद्र मिश्रा का इलाज कर रहे छय एवं छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरभ जैन ने बताया कि हैदराबाद से डॉक्टरों की टीम दोपहर 12:00 बजे पहुंची। उन्होंने डॉ. मिश्रा को वेंटिलेटर पर रखकर पूरी जांच की। फिर उन्हे सुबह यहां से दूर ले जाया गया। सोमवार सुबह वह साढ़े दस बजे हैदराबाद के यशोदा अस्पताल पहुंचे। वहां उसका इलाज शुरू हो गया है।

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