समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को आशीष मिश्रा के पुलिस के सामने पेश होने के बाद कहा कि जिसने भी लखीमपुर घटना का वीडियो देखा, उसने घटना की निंदा की है। यह संविधान को कुचलने वाली सरकार है। सबने सब कुछ देखा है, फिर भी दोषी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं। मैं जिस भी परिवार से मिला, उसने कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि 'लेकिन सरकार अभी भी सो रही है, सरकार अभी भी उन्हें (दोषियों) को बचाना चाहती है। यह सरकार केवल ताकतवर लोगों के लिए है, यह सरकार किसानों के लिए नहीं है। ये सब लोग देख रहे हैं, आने वाले समय में बीजेपी का सफाया हो जाएगा।'
इससे पहले शुक्रवार को हुई हिंसा में मारे गए दो किसानों के परिवारों से मुलाकात के दौरान अखिलेश ने कहा कि सरकार पुलिस के बल पर राज्य चलाना चाहती है। इसके साथ ही अखिलेश ने कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार के दिन गिने-चुने हैं। सपा अध्यक्ष ने सवाल उठाया था कि लखीमपुर खीरी हिंसा के वीडियो सामने आने और गवाहों के बयान दर्ज करने के बावजूद सरकार न्याय में देरी क्यों कर रही है।
उधर, आशीष मिश्रा के पुलिस के सामने पेश होने के बाद पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना अनशन खत्म कर दिया है। सिद्धू ने कहा कि सत्य की हमेशा जीत होती है। देश को चलाने के लिए न्याय से बड़ा कोई साधन नहीं है। न्याय है तो सुशासन है, न्याय नहीं है तो कुशासन है। सच्चाई की इस लड़ाई में किसान भाइयों की जीत हुई है।
जानकारी के अनुसार 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में किसानों का एक समूह विरोध कर रहा था, तभी लखीमपुर खीरी में एक एसयूवी (कार) ने चार किसानों को कुचल दिया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की पिटाई कर दी, जबकि हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई।