पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद अब TMC दूसरे राज्यों पर अपनी पैंठ ज़माने की कवायद में है। गोवा और त्रिपुरा के बाद अब टीएमसी की नजर यूपी पर है। टीएमसी सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी छठ पूजा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगी। बता दें कि सोमवार को पूर्व एमएलसी राजेशपति त्रिपाठी और यूपी कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष ललितेशपति त्रिपाठी टीएमसी में शामिल हो गए हैं। बता दें कि सीएम ममता बनर्जी इसी हफ्ते 28 अक्टूबर को गोवा जा रही हैं।
यूपी के दो बड़े कांग्रेस नेताओं के टीएमसी में शामिल होने के बाद ममता बनर्जी ने वाराणसी का दौरा करने का ऐलान किया है। ममता बनर्जी ने कहा, "टीएमसी में लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। दोनों नेताओं का शामिल होना इस बात की गवाही देता है कि हम अब एक राष्ट्रीय पार्टी हैं जो भाजपा को एक वास्तविक चुनौती दे सकती है।
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि हमें बीजेपी से लड़ने के लिए आगे बढ़ना होगा, क्योंकि कांग्रेस पिछले 15 सालों में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ कोई भी लड़ाई लड़ने में नाकाम रही है। ममता ने बताया कि टीएमसी में शामिल हुए यूपी के दो नेताओं ने उन्हें वाराणसी आने का न्योता दिया है। वह छठ पूजा के बाद वहां जाएंगी। ममता बनर्जी ने कहा, "हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं। हम कहीं भी जा सकते हैं। कोई लक्ष्मण रेखा नहीं है जो हमें रोक सके। लक्ष्मण रेखा दंगाइयों के लिए होनी चाहिए, लेकिन बीजेपी शासित गोवा, त्रिपुरा, यूपी में यह विपरीत है। ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा सरकार हाथरस और लखीमपुर में दलितों, महिलाओं, किसानों पर अत्याचार करती है।
पिता-पुत्र पूर्व विधायक राजेशपति त्रिपाठी और ललितेशपति त्रिपाठी का संबंध कभी कांग्रेस का थिंक टैंक माने जाने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय कमलापति त्रिपाठी से रहा हैं। वह उनके परपोते हैं। त्रिपाठी परिवार का हस्तक्षेप और दावेदारी पूर्वी उत्तर प्रदेश में हमेशा से रही है। ललितेशपति त्रिपाठी के कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि वह भाजपा या सपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन वह सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए टीएमसी में शामिल हो गए हैं।