पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के इटाहार में रविवार रात बीजेपी के युवा नेता मिथुन घोष की उनके घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनके पेट में कई गोलियां मारी गईं। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना में पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला है। हालांकि इस हत्याकांड में सुकुमार घोष और संतोष महतो का नाम सामने आया था। मृतक के भाई अजीत घोष ने पुलिस से दावा किया है कि मिथुन घोष ने उसे अस्पताल ले जाते समय दोनों के नाम बताए थे।
हालांकि, उनकी फायरिंग की वजह और उनसे दुश्मनी का पता बिल्कुल नहीं चल पाया है। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। इलाके में पुलिस पिकेट लगाई गई है। पुलिस रात भर आरोपी की तलाश कर रही है। बहरहाल, भाजपा के युवा नेता की हत्या से सियासी घमासान शुरू हो गया है। परिवार के सदस्यों ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
32 वर्षीय भाजपा युवा नेता मिथुन घोष राजग्राम, इटहार में रहते थे। घटना की खबर मिलते ही भाजपा प्रदेश कमेटी के पूर्व सदस्य प्रदीप सरकार अस्पताल पहुंचे। प्रदीप सरकार ने कहा, 'हमारे यूथ फ्रंट डिस्ट्रिक्ट के सह अध्यक्ष मिथुन घोष रात 9.30 बजे घर पहुंचकर बाहर निकलते हैं। वहीं टीएमसी समर्थित गुंडे कासिम अली ने उन पर बंदूक से हमला कर दिया। उनके पेट में गोली लगी थी। मिथुन हमारे बीच नहीं रहे। हालांकि मिथुन घोष पर पहले भी एक बार हमला हो चुका है। एबीवीपी का नामांकन जमा करने के लिए इटहार कॉलेज जाते समय मिथुन घोष को गोली मार दी गई। इसी दौरान उनके पैर में गोली लग गई।
हालांकि इस घटना में अभी तक दो नाम पुलिस के हाथ में है। जांचकर्ताओं ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। रात होने के बाद भी परिजन इस बात से नाराज हैं कि किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच चल रही है। जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ा जाएगा। पुलिस परिजनों और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है।