पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के उलूबेरिया शहर से दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां पर कचरे के ढेर से 17 भ्रूण मिले हैं। उलूबेरिया के बनिबाला खारा इलाके में वॉर्ड नंबर 31 में मिले इन भ्रूणों में से 10 लड़कियों के हैं और 7 लड़कों के हैं। सभी भ्रूणों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा दिया गया।
उलुबेरिया में डेढ़ किलोमीटर के दायरे में करीब 30 प्राइवेट हॉस्पिटल हैं। लोगों ने आशंका जताई है कि गर्भपात के बाद भ्रूण को डंपिंग ग्राउंड में फेंका गया। कुछ लोगों की शिकायत है कि उलुबेरिया के नर्सिंग होम्स में भ्रूण हत्या की जा रही है। लिंग का पता करना गैरकानूनी है, फिर भी ऐसा हो रहा है।
मंगलवार सुबह उलुबेरिया नगर पालिका के वार्ड संख्या 31 में नगर निगम के डंपिंग ग्राउंड में भ्रूण मिलने की खबर मिलते ही पुलिस व उलुबेरिया नगर पालिका के उपाध्यक्ष व वार्ड नंबर 31 के पार्षद इमानुर रहमान मौके पर पहुंचे।
इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। ये घटना उलुबेरिया के किसी निजी अस्पताल की है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। पुलिस भी जांच कर रही है। इसे लेकर स्थानीय नर्सिंग होम से पूछताछ की जाएगी और इलाके के सीसीटीवी से फुटेज भी जुटाए जाएंगे।
डॉ निताईचंद्र मंडल, जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, हावड़ा
लगभग दो महीने पहले 25 जून को कर्नाटक से भी ऐसी ही घटना सामने आई थी। घटना बेलगावी के मुदलगी शहर के एक बस स्टैंड के पास की थी जहां एक नाले में से 7 भ्रूणों के अवशेष बरामद किए गए थे। सभी भ्रूण सिर्फ 5 महीने के थे।