
बिहार के समस्तीपुर में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार को यहां के सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद गरीब माता-पिता से बेटे का शव देने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की गई।
दरअसल, इस राशि की मांग अस्पताल स्टाफ ने की थी। मामला जब अस्पताल प्रबंधन तक पहुंचा तो आनन-फानन में शव पुलिस को सौंप दिया गया। इसके बाद बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि परिवार इतना गरीब है कि वह बेटे का अंतिम संस्कार भी नहीं कर सकता, इसलिए मोहल्ले के कुछ लोगों ने मदद की। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस मामले में सीएमएचओ से 24 घंटे में पूरी रिपोर्ट मांगी है।
पोस्टमॉर्टम करने वाले ने पहले तो शव दिखाने से इनकार कर दिया। बाद में, मिन्नत करने के बाद, उसने शव दिखाया, जिसकी पहचान माता-पिता ने अपने बेटे संजीव ठाकुर के रूप में की। पिता ने शव की मांग की तो कर्मचारी ने 50 हजार रुपये मांगे। रुपये न देने पर शव देने से इंकार कर दिया।
इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी का कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। यह मानवता के लिए शर्म की बात है। इस पर जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। वीडियो सामने आने पर अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में शव पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद परिवार ने अंतिम संस्कार किया।