Bihar Bridge Collapses: बिहार के खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन पुल के सुपर स्ट्रक्चर का ऊपरी हिस्सा टूटकर गिर गया। इस पर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पुल के एक हिस्से के टूटने के मामले में जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि अभियंताओं की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, इसकी निर्माण एजेंसी है। घटना के पीछे आखिर क्या कारण है। पानी के तेज बहाव या कोई और तकनीकी वजह है, जो भी जांच में सामने आएगा। उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में नालंदा जिले में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था।
जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि अगुवानी पुल का कुछ हिस्सा नदी में गिर गया। घटना के तुरंत बाद स्थानीय जिला प्रशासन और नोडल एजेंसी के अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं। अच्छी बात यह है कि इसमें किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है। मामले में जांच के बाद जो वजह सामने आयेगी, उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
वहीं सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव को पुल के सुपर स्ट्रक्चर टूटकर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने और दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
तेजस्वीय यादव ने कहा, आपको याद दिला दूं कि पिछले साल 30 अप्रैल को इस पुल का एक हिस्सा ढह गया था। इसके बाद, हमने निर्माण मामलों में अपनी विशेषज्ञता के लिए मशहूर आईआईटी-रुड़की से एक अध्ययन करने के लिए संपर्क किया। इसकी अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है लेकिन संरचना का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों ने हमें सूचित किया था कि इसमें गंभीर खामियां हैं।
उन्होंने कहा, यह निर्णय लिया गया कि हमें कोई जोखिम नहीं लेना चाहिए इसलिए पुल के कुछ हिस्सों को गिराने का फैसला किया गया। आज की घटना ऐसी ही एक कवायद का हिस्सा थी। उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार उस कंपनी को काली सूची में डालने और प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई करेगी, जिसे परियोजना का ठेका दिया गया था।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार के शासन में भ्रष्टाचार व्याप्त है। उन्होंने कहा, पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। मुख्यमंत्री को बिहार के विकास की जरा भी चिंता नहीं है... वह अपने दौरे पर व्यस्त हैं। इस घटना के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।