Bihar Political Crisis :बिहार में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच खबर आई है कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में टूट हो सकती है। जानकारी के अनुसार इस समय कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के संपर्क में हैं।
राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं। कांग्रेस ने रविवार को अपने सभी विधायकों को पटना बुलाया है और कल ही विधायक दल की बैठक भी होनी है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार जदयू के एक बड़े नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री कांग्रेस के विधायकों से लगातार संपर्क कर रहे हैं। इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में अटकलें चल रही हैं जल्द ही कांग्रेस की बिहार इकाई में दरार देखने को मिल सकती है।
243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में राजद 79 विधायकों के साथ अकेली सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा के 78, जदयू के 45, कांग्रेस के 19, वाम दलों के 16 और जीतन राम मांझी के चार विधायक हैं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का यहां एक विधायक है। इसके अलावा एक विधायक निर्दलीय है।
लोकसभा चुनाव के लिए बिहार के महागठबंधन में राजद, जदयू, कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं। कुल मिलाकर इनके पास 159 विधायक हैं। अगर नीतीश कुमार गठबंधन से बाहर हो जाने का फैसला ले लेते हैं तो सरकार बनाने के लिए 122 सीटों का आंकड़ा छूने में राजद को 8 और विधायकों की जरूरत होगी।
इसी बीच यह खबर भी आई है कि कांग्रेस के 10 विधायक भाजपा के संपर्क में भी हैं। चर्चा चल रही है कि बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के प्रमुख नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मार सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में विपक्ष के लिए संकट की स्थिति बन गई है।