Bihar: ‘...तो उसी में न जाता है पानी, ...निकलने लगे तो बाहर फेंक दो’, सुशासन बाबू के घटिया बोल पर बवाल

Bihar News: बिहार विधानसभा में सेक्स को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने संज्ञान लिया है।
Bihar: ‘...तो उसी में न जाता है पानी, ...निकलने लगे तो बाहर फेंक दो’, सुशासन बाबू के घटिया बोल पर बवाल
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Statement on Sex in Bihar Assembly: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में सेक्स को लेकर कुछ ऐसा बयान दिया कि अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने संज्ञान लिया है। अब उन्होंने इसी तरह के बयान को विधान परिषद में भी दोहराया है।

नीतीश कुमार ने कहा, “सबको अगर पढ़वाएंगे तभी न इसका होगा। अगर लड़की पढ़ जाएगी तो जानते हैं, लड़का-लड़की की जो होती है शादी, न लड़का रोज लड़की के साथ रात में सोता है न। सोता है तो उसी में न जाता है पानी भी, 35 में भी।”

जानें और क्या कहा नीतिश ने...

नीतीश कुमार ने आगे कहा, “उसी समय लड़की भी जब पढ़ी-लिखी रहती है तो कहती है कि ठीक है, रात में करो लेकिन अपना जो तुमको निकलने लगे तो बाहर निकाल कर फेंक दो। यही कर के लड़की सब अब सबको समझा रही है। ज़रा जान लीजिए। लड़की सब सभी को समझाती है कि अपने पति को कंट्रोल में रखिए।” इसी दौरान उन्होंने जनसंख्या वृद्धि दर कम होने के आँकड़े भी गिनाए।

बता दें कि नीतीश कुमार ने 7 नवंबर, 2023 को ही विधानसभा में भी कुछ ऐसा ही बयान दिया था, जो आपत्ति का विषय बना। इस बयान में उन्होंने कहा था, “अगर पढ़ लेगी लड़की और वो जब शादी होगा लड़का-लड़की में तो जो पुरुष है वो रोज रात में शादी के बाद करता है न। तो उसी में और पैदा हो जाता है। लेकिन, लड़की जब पढ़ लेती है तो उसको पता है कि करेगा। लेकिन, अंतिम में भीतर मत घुसाओ, उसको बाहर कर दो। करता तो है। तो उसी में आप समझ लीजिए, संख्या घट रही है।

ऐसी तुच्छ भाषा समाज के लिए कलंक: NCW अध्यक्ष

अब NCW की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इन बयानों पर कहा है, “हम पूरे देश की महिलाओं की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से त्वरित और स्पष्ट माफ़ी माँगने की माँग करते हैं। महिलाओं को जो सम्मान और प्रतिष्ठा मिलनी चाहिए, विधानसभा में नीतीश कुमार के मूर्खतापूर्ण बयान इसका निरादर है। अपने भाषण के दौरान उन्होंने जिस अपमानजनक और और तुच्छ भाषा का इस्तेमाल किया है, वो समाज पर एक कलंक है।”

NCW अध्यक्ष ने आगे कहा कि एक लोकतंत्र में जब कोई नेता इस तरह का बयान खुले रूप से दे सकता है, हम सोच सकते हैं कि उसके शासन में राज्य में किस तरह की भयावहता होगी। रेखा शर्मा ने कहा कि हम इस तरह के व्यवहार के खिलाफ सख्ती से खड़े हैं और जिम्मेदारी तय करने की माँग करते हैं।

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