पटना में अतिक्रमण हटाने के लिए गई पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया है। इस हमले में कई पुलिसकर्मी बुरी तरह जख्मी हुए हैं। हमले में सिटी एसपी अमरीश राहुल भी घायल हो गए।बताया जा रहा है कि पुलिस राजीव नगर से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। इसके लिए 17 जेसीबी लगाए गए हैं। फिलहाल इलाके में 2000 से अधिक पुलिस बल तैनात किया गया है।
स्थानीय लोगों के विरोध के बाद भी पुलिस की कार्रवाई थम नहीं रही है। पुलिस मकान तोड़ रही है। लोग अपने घरों की छत से दूसरे घरों को गिरते हुए देख रहे हैं। पटना के डीएम भी मौके पर पहुंच गए हैं।
राजीव नगर थाना क्षेत्र के नेपाली नगर में 70 घरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसको लेकर स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है। पुलिस का कहना है कि जब हम अतिक्रमण हटाने आए तो स्थानीय लोगों ने हम पर हमला कर दिया।
लोगों के अपने घरों की छत से हम पर पत्थर फेंके। इस दौरान हमारे कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। नेपाली नगर में फिलहाल तनावपूर्ण स्थिति है। भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई है।
पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि कार्रवाई जारी रहेगी। हम किसी भी कीमत पर जमीन को अपने कब्जे में लेंगे। डीएम ने बताया कि हमले में दो जवान और सीटी एसपी घायल हुए हैं। 12 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।
बाकी बदमाशों की पहचान वीडियो और सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है। डीएम ने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। काम अच्छा चल रहा है। डीएम ने कहा कि लोगों को इसकी सूचना पहले ही दी जा चुकी थी, लेकिन इन लोगों ने नहीं सुनी।
राजीव नगर थाने के नेपाली नगर इलाके में पुलिस अवैध रूप से बने 70 घरों को गिराने पहुंची. पुलिस का कहना है कि ये सभी 70 घर हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर बने हैं। जो अवैध है। हमने सभी संबंधितों को पहले ही नोटिस भेज दिया था। मकान खाली करने का आदेश दिया।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि हम हर महीने नगर निगम को टैक्स देते हैं। तो हमारा घर अवैध कैसे हो गया? बिजली, पानी के कनेक्शन से लेकर हम सभी सरकारी सुविधाएं लेते हैं, फिर हमारा घर अवैध कैसे हो गया। लेकिन प्रशासन हमसे बात नहीं कर रहा है और हमारे घर को अवैध बताकर ध्वस्त कर रहा है। हमने अपने घर में जीवन की पूंजी लगा दी थी। ऐसे में प्रशासन के इस कदम ने हमें सड़क पर ला खड़ा किया है।