डेस्क न्यूज – देशभर में बारिश का कहर लोगों पर आफत बनकर टूटा है. कई राज्यों में बाढ़ से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है और सैकड़ों लोगों ने अपने जान गंवाई है. अब उत्तराखंड में भी बारिश से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है, जिसके चलते राज्य के कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं. इसके अलावा हिमाचल, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब सहित राजधानी दिल्ली में भी बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तरकाशी के मोरी तहसील इलाके में बादल फटने की घटना से अब तक कुल 17 लोगों की मौत हो चुकी है, आपदा प्रबंधन के सचिव (इंचार्ज) ने ये जानकारी दी. इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है. वहीं गंभीर रूप से घायलों को देहरादून भेजा गया है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना के जलस्तर बढ़ने को लेकर एक आपात बैठक बुलाई है, दिल्ली सरकार बाढ़ जैसे हालात बनने पर हर जरूरी तैयारी में जुट चुकी है, इसके लिए राहत बचाव कार्य की कई टीमों को भी तैयार किया जा रहा है।
देशभर के कई राज्यों के बाद अब दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर सामान्य से काफी ऊपर आ चुका है, जिसके बाद बाढ़ के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है, सरकार ने एक दिन पहले ही बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया था। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा गया है, बताया गया है कि हथिनी कुंड बैराज से 20 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है, जिसके बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर अचानक बढ़ा है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही मच गई. इसके अलावा कई अन्य जिलों में भी भारी बारिश के चलते लोगों को परेशाना का सामना करना पड़ा है,
कई जगहों पर सड़कें धंस चुकीं हैं, वहीं कई रास्तों को भी नुकसान पहुंचा है,
लामबगड़, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी और बागेश्वर के कई इलाकों में हालात बेहद खराब हैं. कई जिलों में प्रशासन ने स्कूल बंद करने के भी आदेश जारी किए हैं,
बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के मुताबिक, भूस्खलन के कारण हिमाचल के केलांग और सिस्सू में लगभग 400 पर्यटक अभी भी सड़क के बीच फंसे हुए हैं, लगातार हो रही बारिश से इलाके की सड़कें बह गई हैं, सड़कों को दोबारा बनाने का काम चल रहा है।