यदि आप राष्ट्रीय राजमार्ग -9 के माध्यम से दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच यात्रा करते हैं तो सावधान रहें, क्योंकि तिगरी चौराहे और राहुल विहार के बीच गंगाजल परियोजना की मरम्मत से साइट के ठीक ऊपर दिल्ली की ओर जाने वाले सड़क पर एक फ्लाईओवर टूट गया है। इसके बावजूद हाईवे से वाहन गुजर रहे हैं। ऐसे में दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कार्यकारिणी संगठन और यातायात पुलिस ने 50 मीटर की दरार पर ही बैरियर लगाकर काम पूरा किया | ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों के दुर्घटना का शिकार होने की आशंका बनी रहती है | इसलिए इस रास्ते से बचें।
गंगाजल परियोजना की मरम्मत के तहत पाइपलाइन को बदला जा रहा है। इसके लिए एनएच-9 की सर्विस लेन और अंडरपास पर करीब आठ मीटर की खुदाई की जा चुकी है। इतने नीचे तक सहारा हटने से थ्री लेन फ्लाईओवर के पिलर की ताकत कम हो गई है। इससे फ्लाईओवर में सर्विस रोड साइड लेन में दरार आ गई है। फ्लाईओवर के टूटने की यही वजह खुद NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के अधिकारी भी मान रहे हैं |
वाहन तीन में से दो लेन से गुजर रहे हैं। दरार करीब 50 मीटर के हिस्से में आई है। इसके बीच में एक गली में एक क्रेन खड़ी है। इसी के साथ गंगाजल के पाइप डालने का काम किया जा रहा है | चिंता की बात यह है कि फ्लाईओवर की नींव कमजोर होने और उसमें दरारें आने के बाद भी वाहन संभावित दुर्घटना की आशंका को दरकिनार करते हुए गुजर रहे हैं |
अरविंद कुमार (परियोजना निदेशक, एनएचएआई) का कहना है कि गंगाजल परियोजना की खुदाई के कारण फ्लाईओवर में दरार आ गई है | मिट्टी भरते ही उसकी मरम्मत कर उसकी मरम्मत करा दी जाएगी।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर हापुड़ रूट पर चलने वाले यात्रियों को इस साल अप्रैल से छिजारसी (पिलखुवा) टोल पर करीब आधा शुल्क चुकाना पड़ रहा है | दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) चाहता था कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाने के बाद छिजारसी टोल पर शुल्क की दरों को आधा कर दिया जाए। दरअसल, सराय काले खां और डासना के बीच 14 लेन का एक्सप्रेस-वे बनाया गया है, जिसमें बीच वाला छह लेन एक्सप्रेस-वे के लिए आरक्षित है | उसके बाद दोनों तरफ टू-लेन एनएच-9 और उसके बाद बाहरी तरफ टू-लेन सर्विस रोड को एनएच के बराबर बनाया गया है। इस चरण में साइकिल ट्रैक और पैदल पथ भी बनाया गया है।