न्यूज – कर्नाटक के एक आईएएस अफसर शशिकांत सेंथिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. दक्षिण कन्नड़ जिले में डिप्टी कमिश्नर के पद पर तैनात सेंथिल ने कहा कि अनैतिक तरीके से लोकतंत्र के सभी संस्थानों को दबाया जा रहा है, ऐसे में वो सिविल सर्विस में रहना नहीं चाहते हैं. एस शशिकांत सेंथिल पिछले हफ्ते से छुट्टी पर थे. वह एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ की आत्महत्या मामले की जांच भी कर रहे थे।
शशिकांत सेंथिल ने इस्तीफा देते हुए कहा, ऐसे समय पर प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर कार्य करना अनैतिक होगा, जब लोकतंत्र के मौलिक निर्माण स्तंभों से समझौता किया जा रहा है. आने वाले दिन देश के मूल ताने-बाने के लिए बेहद कठिन चुनौतियां पेश करेंगे,
शशिकांत सेंथिल ने अपने भविष्य के प्लान पर बात करते हुए कहा कि मैं देश के लिए काम करता रहूंगा, लेकिन सिविल सर्विस में रहते हुए मैं कुछ नहीं कर पा रहा था, 40 साल के शशिकांत सेंथिल तमिलनाडु के रहने वाले हैं, उन्होंने 2009 से 2012 के बेल्लारी में सहायक आयुक्त के रूप में काम किया था,
शशिकांत का इस्तीफा ऐसे वक्त पर आया है, जब कुछ दिन पहले ही IAS कन्नन गोपीनाथन ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था,
अपने इस्तीफे की वजह बताते हुए गोपीनाथन ने कहा था- जब से आर्टिकल 370 हटाया गया है, तबसे मैं परेशान था, मैं अलग-अलग लोगों से इस बारे में बात भी कर रहा था, फिर एक दिन फैसला कर लिया कि IAS की नौकरी में रहने से ज्यादा जरूरी है लोकतंत्र में बोलने की आजादी की अहमियत के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताना, इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया,
कन्नन ने कहा था कि मुझे नहीं लगता कि मुझे सरकार से डरना चाहिए, मुझे जो सही लगा वो किया, अगर मैं नौकरी में रहकर आवाज उठाता, तो मैं गलत होता, मुझे सरकार, लोकतंत्र पर भरोसा है, मैं आवाज उठाकर सरकार को बता रहा हूं कि शायद हमारी गलती हो सकती है, इसपर दोबारा सोचना चाहिए, लोकतंत्र में सभी बोलने का अधिकार है।