लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचा रखी है। पूरे भारत में भयावह स्थिति देखने को मिल रही है। ऐसा ही मामला हिमाचल प्रदेश के आनी निरमंड में दो जगह देखने को मिल रहा है। जहां पर कल्लू के मलाणा और मंडी जिले के थलटूखोड़ व चंबा जिले में बादल फट गया है। बादल फटने से कई मकान, अस्पताल और स्कूल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। घटना में तकरीबन 51 लोग लापता हो गए है और 35 लोग सुरक्षित बचाये जा चुके है। वहीं चार लोगों की मौत हो गई है।
मंडी के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से तबाही मच गई और कई मकान ढह गए है। इसकी वजह से रोड कनेक्टिविटी भी ठप हो गई है। राहत बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ समेत अन्य टीमें पहुंच गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि तेरंग और राजबन गांव में बादल फटने की घटना हुई है। घटना में कई लोग लापता हो गए है और तीन घर बह गए है।
बता दें कि थलटूखोड़ में बादल फटने की घटना में कई लोग लापता हो गए है। वहीं 35 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए टीम को अलर्ट किया है। NDRF को भी मदद के लिए बुलाया गया है। डीसी ने बताया कि राहत बचाव के लिए रेस्क्यू टीमे पैदल ही प्रभावित जगह पर जा रही है। सड़कें और रास्ते टूटने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है।
इसके अलावा, शिमला-कुल्लू सीमा पर बादल फटने से तबाही मची है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई लोगों के लापता होने की खबर है। राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया है। मौके के लिए एसडीआरएफ की टीम रवाना हो गई है। जानकारी के अनुसार, कुल्लू के निरमंड इलाके में बादल फटा है। इससे भारी नुकसान हुआ है। 20 से अधिक लोग लापता हो गए। दूसरी तरफ देश की राजधानी का बारिश की वजह से बुरा हाल हो रखा है। बारिश की वजह से 1200 करोड़ की लागत से बनी नई संसद की छत टपकने लगी है। वहां की सब्जी मंडी इलाके में बारिश की वजह से बिल्डिंग गिर गई है, जिसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।