Mehbooba In Temple: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने पुंछ जिले के नवग्रह मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने पूरे मंदिर के चक्कर लगाए और शिवलिंग का जलाभिषेक भी किया। अब इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द के मुफ़्ती असद कासमी ने इसे गैर इस्लामिक बताया है।
बड़ी बात यह है कि पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती की छवि कट्टर मुस्लिमपंथी नेता की है। जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी संगठनों को बढावा और संरक्षण देने के उन पर आरोप लगते रहे हैं। वहां आंतकी हमलों का वे कभी विरोध करती नजर नहीं आई। कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने से भी वे खासी खफा हैं। ऐसे में महबूबा का यह रूप चौंकाने वाला है।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हो सकता है इस पूजा के बहाने महबूबा वहां के हिंदू कम्युनिटी में अपनी पैठ जमाना चाहती हो, ताकि उनकी पार्टी को हिंदू वोट मिल सकें। महबूबा मुफ्ती ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि ये उनका निजी मामला है और इस पर बहस नहीं होनी चाहिए।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने को लेकर महबूबा मुफ्ती ने कहा, “हम लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। पुंछ में मंदिर बना है, वे चाहते थे कि मैं मंदिर के अंदर जाकर देखूं। वहां किसी ने श्रद्धा से मेरे हाथ में पानी का लोटा दिया कि आप इस पर डालिए, तो मैंने डाल दिया अगर मैंने पानी डाल दिया तो यह मेरा मामला है इस पर बहस नहीं होनी चाहिए।” इससे पहले महबूबा मुफ्ती 2017 में गांदरबल के खीर भवानी मंदिर में भी जा चुकी हैं। तब वे मुख्यमंत्री थीं।
वहीं, इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द के मुफ़्ती असद कासमी ने इसे गैर इस्लामिक बताया है। उन्होंने कहा, “महबूबा ने जो किया वो गैर इस्लामिक है। महबूबा की पूजा इस्लाम के खिलाफ है।”
बीजेपी ने महबूबा के मंदिर जाने को ड्रामा बताया है। पार्टी ने कहा कि कभी महबूबा ने अमरनाथ धाम के लिए जमीन देने से इनकार कर दिया था। जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रवक्ता रणबीर सिंह पठानिया ने कहा, “2008 में महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी ने अमरनाथ धाम के लिए जमीन के अलॉटमेंट का विरोध किया था। श्रद्धालुओं के लिए इस जमीन पर निवास स्थान बनाए जाने थे। अब उनका मंदिर जाना केवल एक ड्रामा है। इससे उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा। अगर राजनीतिक ड्रामों से कुछ हासिल होता तो जम्मू-कश्मीर आज समृद्धि का बाग बन गया होता।”
इससे पहले पुंछ जिले में महबूबा मुफ्ती ने जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि बीजेपी का मकसद देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का नहीं, बल्कि ' बीजेपी राष्ट्र' बनाने का है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी भारत को 'बीजेपी राष्ट्र' बनाने के लिए विपक्षी दलों पर कथित हमले कर रही है, जिस पर उनकी पार्टी चुप नहीं बैठेगी।