कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच कावेरी जल विवाद के चलते 2 दिनों के बंद की योजना बनाई गई है। हालांकि बेंगलुरु में विरोध करने वाले 2 समूहों में भी विवाद के चलते मंगलवार 26 और शुक्रवार 29 सितंबर को बंद का आह्वान किया गया है।
कावेरी जल बंटवारा विवाद काफी समय से कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। इसकी जड़ें साल 1892 और 1924 में मद्रास प्रेसीडेंसी और मैसूर साम्राज्य के बीच हुए 2 समझौतों में खोजी जा सकती हैं।
केंद्र ने तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पुडुचेरी के बीच जल विवाद बंटवारे की क्षमता पर असहमति को दूर करने के लिए जून 1990 में (CWC) कावेरी जल विवाद न्यायाधिकरण की स्थापना की।
सर्वोच्च न्यायालय ने 2018 में फैसला सुनाया था कि कर्नाटक को कितना पानी रखना चाहिए और कितना तमिलनाडु को दिया जाना चाहिए। उस फैसले के अनुसार, कर्नाटक को जून मई के बीच ‘सामान्य’ जल वर्ष में तमिलनाडु को 177.25 टीएमसी आवंटित करना होगा। ज्यादा जानकारी के लिये देखें वीडियो.....