विधानसभा उपचुनाव के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज दिल्ली के दौरे पर जा रहे हैं। गहलोत दो दिन दिल्ली में रहेंगे और वरिष्ठ नेताओं से राज्य के राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। गहलोत कल कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं। गहलोत का दिल्ली दौरा तय होते ही एक बार फिर राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। गहलोत 27 फरवरी के बाद इस साल दिल्ली के दौरे पर जा रहे हैं, उस दौरे में उन्होंने सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी।
सरकार और संगठन में हो रहे बदलाव का सीधा संबंध मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे से है। गहलोत की सोनिया गांधी से मुलाकात पर सबकी निगाहें जमी हुई हैं। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद लंबे समय से लंबित कैबिनेट फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर मंजूरी दी जा सकती है। सत्ता संगठन में सचिन पायलट खेमे के नेताओं को जगह देने के फार्मूले पर भी चर्चा होनी है। इस दौरे में गहलोत संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रभारी अजय माकन समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
सीएम गहलोत के इस दिल्ली दौरे में लंबित कैबिनेट फेरबदल के फॉर्मूले को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। आलाकमान की मंजूरी मिलने पर नवंबर में कभी भी कैबिनेट में फेरबदल हो सकता है।
सचिन पायलट खेमा लंबे समय से कैबिनेट में फेरबदल की मांग कर रहा है। पायलट खेमा कैबिनेट से लेकर राजनीतिक नियुक्तियों तक में अपनी पूरी भागीदारी की मांग कर रहा है। गहलोत के दिल्ली दौरे में पायलट कैंप के बंटवारे के फॉर्मूले पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। गहलोत-पायलट खेमे के बीच खींचतान के चलते कैबिनेट फेरबदल ठप हो गया है। बंटवारे का फॉर्मूला हाईकमान स्तर पर तय होने की संभावना है।
राजस्थान के चार नेता कल सीडब्ल्यूसी की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। रघुवीर मीणा और भावर जितेंद्र सिंह पहले से ही सीडब्ल्यूसी के सदस्य हैं। गुजरात के प्रभारी बनाए गए स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा कल पहली बार सीडब्ल्यूसी की बैठक में शामिल होंगे। गहलोत मुख्यमंत्री के तौर पर बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में कांग्रेस संगठन को लेकर अहम फैसले लिए जा सकते हैं।