MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के करीब 35 बागी अभी भी मैदान में डटे हुए हैं। गुरुवार दोपहर तीन बजे तक अभ्यर्थी अपना नाम वापस ले सकते हैं, इसलिए मान-मनौव्वल का सिलसिला चल रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से लेकर सभी वरिष्ठ नेता अपने संपर्कों के माध्यम से टिकट वितरण से नाराज नेताओं-कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटे हैं। ये नेता यदि मैदान में जमे रहते हैं तो कांग्रेस के प्रत्याशियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कांग्रेस का जोर उन नेताओं को मनाने पर अधिक है, जो जातिगत और स्थानीय समीकरणों के हिसाब से पार्टी प्रत्याशी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। डा. आंबेडकर नगर (महू) विधानसभा सीट से पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार, आलोट से पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू, नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव सीट से पूर्व विधायक शेखर चौधरी, हुजूर से पूर्व विधायक जितेंद्र डागा, जबलपुर जिले की बरगी सीट से जयकांत सिंह ऐसे नेताओं में शामिल हैं। भोपाल उत्तर सीट से नासिर इस्लाम को भी कांग्रेस चुनौती मान रही है।
बागी बने इन नेताओं से वरिष्ठ नेता संवाद कर रहे हैं। भोपाल इकाई को कहा गया है कि वे भी अपने संपर्कों का उपयोग करते हुए नासिर को समझाएं। वर्तमान विधायक आरिफ अकील के भाई आमिर अकील को भी मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि प्रत्याशियों के साथ-साथ बागी नेताओं के रिश्तेदारों से भी कहा गया है कि वे अपने स्तर पर प्रयास करें क्योंकि इनके चुनाव मैदान में होने से पार्टी की चुनावी संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं। कुछ स्थानों पर पार्टी को सफलता भी मिली है।
जावरा से डीपी धाकड़ ने भरोसा दिलाया है कि भले ही समर्थकों का दबाव चुनाव लड़ने को लेकर है लेकिन वे पार्टी हित में नामांकन वापस ले लेंगे। कोतमा से नामांकन भरने वाले डा. वीवीएस चौहान ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है। जबलपुर की पनागर सीट से निर्दलीय नामांकन भरने वाले विनोद श्रीवास्तव को राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने मना लिया।