Congress plan for Jyotiraditya Scindia: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों समेत कई सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि पार्टी ने सिंधिया के नाम को लेकर मंथन किया था, लेकिन आखिरी समय में उम्मीदवारों की लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया।
दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को शिवपुरी से चुनाव लड़ने से रोकने के लिए कांग्रेस ने खास प्लान बनाया था, लेकिन बीजेपी ने आखिरी समय में अपनी रणनीति बदल दी और सिंधिया शिवपुरी से चुनावी मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया। इस प्रकार बीजेपी ने कांग्रेस का प्लान चौपट कर दिया।
कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह क्षेत्र शिवपुरी से पिछोर के मौजूदा विधायक केपी सिंह को मैदान में उतारा है। केपी सिंह पिछोर सीट से 6 बार के विधायक हैं और उन्हें खास प्लान के तहत शिवपुरी से उतारा गया है। केपी सिंह एक लोकप्रिय नेता है और दिग्विजय सिंह के रिश्तेदार भी हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या ऐसा ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा के टिकट पर शिवपुरी से चुनाव लड़ने से रोकने के लिए किया गया था? इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'निश्चित रूप से, लेकिन वे (सिंधिया) डरकर भाग गए।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह क्षेत्र शिवपुरी से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ और मध्यप्रदेश सरकार में राज्य मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भी अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया और इस बार चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। यशोधरा राजे शिवपुरी से मौजूदा भाजपा विधायक हैं. हालांकि, पार्टी ने अब ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी चुनावी मैदान में नहीं उतारा है और देवेंद्र कुमार जैन को टिकट दिया है।