Madhya Pradesh Assembly: मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के पहले सत्र के दौरान सोमवार को विवाद खड़ा हो गया। यह विवाद विधानसभा के अंदर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटा कर डॉ.भीमराव अंबेडकर का चित्र लगाने की वजह से हुआ। यह चित्र स्पीकर की कुर्सी के पीछे एक तरफ लगा हुआ है। इसमें दूसरी तरफ महात्मा गांधी की फोटो लगी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों ने इस मामले में सफाई देते हुए बताया कि नेहरू की तस्वीर खराब हो जाने की वजह से उसे हटाया गया है। साथ ही उसी जगह डॉ.बीआर अम्बेडकर का चित्र लगा दिया गया है। कांग्रेस नेताओं को यह अदला-बदली रास नहीं आई है। उन्होंने भाजपा को इसका जिम्मेदार बताते हुए विरोध-प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने इस कदम को ‘इतिहास बदलने के लिए बीजेपी द्वारा की जा रही साजिश’ करार दिया। साथ ही कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर फिर से उसी जगह लगाने की माँग की है।
पार्टी प्रवक्ता अब्बास हफीज ने कहा कि भाजपा दिन-रात एक कर के इतिहास मिटाने पर तुली हुई है। उन्होंने इस कदम की निंदा करते हुए भाजपा का सत्ता में रहना देश का दुर्भाग्य बताया। अब्बास हफीज के मुताबिक, विधानसभा में दशकों से लगी जवाहरलाल नेहरू की फोटो हटा कर भाजपा ने अपनी मानसिकता को सबके आगे जाहिर कर दिया है। अब्बास हफीज ने कहा कि अगर फ़ौरन ही जवाहरलाल नेहरू का चित्र उसी जगह नहीं लगा तो इसे कांग्रेस अपनी तरफ से लगाएगी।
वहीं चुरहट से कांग्रेस पार्टी के विधायक अजय सिंह ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई है और कहा कि देश के लिए नेहरू के योगदान को अनदेखा नहीं किया जा सकता है।
बताते चलें कि मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा का उद्घाटन सत्र सोमवार (18 दिसंबर, 2023) को शुरू हुआ। इस दौरान प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने सभी नवनिर्वाचित सदस्यों का स्वागत किया और उन्हें पद की शपथ दिलाई। 4 दिनों का यह शीतकालीन सत्र मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व वाली नई भाजपा सरकार के कार्यभार सँभालने के लगभग एक सप्ताह शुरू हुआ है। भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उम्मीदवार बनाया है।