20 जून को महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक ही परिवार के 9 लोगों के शव मिले थे। ये मौतें मिहिसाल गांव में दो भाइयों के परिवार में हुई हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि परिवार कर्ज में डूबा था, इसलिए आत्महत्या की आशंका थी। पुलिस जांच में मिली नई जानकारी के अनुसार परिवार को एक तांत्रिक और उसके ड्राइवर ने जहर दिया था।
दोनों भाइयों के परिवार आमतौर पर सुबह जल्दी उठ जाते थे। लेकिन जब उस दिन देर रात तक दोनों घरों के दरवाजे नहीं खुले तो ग्रामीणों को शक हुआ। इस दौरान पड़ोसियों ने परिवार के कई सदस्यों से मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की। हालांकि किसी ने फोन का जवाब नहीं दिया तो कुछ अनहोनी की आशंका पर घर की तलाशी ली गई। इस दौरान परिवार के सभी सदस्यों को मृत देखा और पुलिस को सूचना दी।
अक्कताई वनमोर (72)
पोपट यल्लप्पा वनमोर (आयु 52)
माणिक यालप्पा वनमोर (49)
संगीता पोपट वनमोर (48)
रेखा माणिक वनमोर (45)
अर्चना पोपट वनमोर (30)
शुभम पोपट वनमोर (28)
अनीता माणिक वनमोर (28)
आदित्य माणिक वनमोर (15)
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि परिवार के सदस्य लंबे समय से आर्थिक तंगी के चलते तनाव में थे। दोनों भाइयों ने कई लोगों से कर्ज भी लिया था। इसलिए आशंका जताई जा रही थी कि कर्ज चुकाने के दबाव में उन्होंने सामूहिक आत्महत्या की है।