महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का आगाज हो गया है। इसकी के साथ ही चुनावी गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है, लेकिन उसके पहले सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के टूटने पर जो सियासी बवाल खड़ा हुआ वह थमने का नाम नहीं ले रहा।
मूर्ति टूटने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आशीष शेलार, डिप्टी सीएम अजित पवार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने माफी मांग ली है। इसके बाबजूद विपक्ष लगातार हमलावर नजर आ रहा है। इसी के साथ ही विपक्ष का कहना है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पीएम मोदी के माफी मांगने को लेकर कांग्रेस ने हमला किया है। दिल्ली में कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "पीएम मोदी जो माफी मांग रहे है, वह ढोंग है। उन्होंने कहा कि पीएम को सीएम और डिप्टी सीएम को हटा देना चाहिए।
बता दें कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का आठ महीने पहले ही सिंधुदुर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेवी दिवस के मौके पर अनावरण किया था। इसको लेकर विपक्ष का कहना है कि मूर्ति स्थापना में बड़े घोटाले की साजिश रची गई है। मूर्ति बनाने का टेंडर एकनाथ शिंदे के बेटे के दोस्त जयदीप आप्टे को दिया गया था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज बड़े पब्लिक फिगर माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष में एमवीए यानी कि कांग्रेस, एनसीपी (पवार गुट) और शिवसेना (उद्धव गुट) वाला गठबंधन इस मामले को बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है उसे लगता है कि वह इस मुद्दे के जरिए बीजेपी और एनडीए के वोटबैंक में चुनाव से पहले सेंध लगा सकता है। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि अगर यही स्थिति रही तो जिस तरह अभी यह मुद्दा बीजेपी के टॉप नेताओं को सांस नहीं लेने दे रहा है, उसी तरह आने वाले दिनों में उसके लिए गले की फांस भी बन सकता है।