
Maharashtra News: महाराष्ट्र की विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। शिवसेना में दो फाड़ होने के बाद अब इसके एक अन्य घटक दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में भी टूट की खबरें जोर पकड़ रही हैं। महाविकास आघाड़ी के सूत्रों ने दावा किया है कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी के 13 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं।
सूत्रों ने दावा किया कि यह सभी विधायक बीजेपी ज्वाइन करने का विचाMaha Vikas Aghadiर कर रहे हैं। इन विधायकों पर एनसीपी छोड़ने के लिए दबाव डाला जा रहा है। खबर ये भी है कि शरद पवार ने इन विधायकों को मनाने की कोशिश की लेकिन अबतक बात बन नहीं पाई है। महाविकास आघाड़ी के सूत्रों ने बताया कि सही समय आने पर ये विधायक बीजेपी में शामिल होने को लेकर फैसला लेंगे।
कहा जा रहा है कि चाचा-भतीजे यानी शरद और अजित पवार के बीच करीब एक दशक से भी ज्यादा वक्त से चल रही मौन लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। महाराष्ट्र के सियासी हलकों में इन दिनों सबकी जुबान पर चर्चा है कि एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं।
इस मामले पर शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि शरद पवार से जब हम मिले तब उन्होंने कहा कि जिस तरह से शिवसेना तोड़ी गई, ईडी, सीबीआई और पुलिस का इस्तेमाल करके, वही हथकंडे अब एनसीपी को तोड़ने के लिए आजमाए जा रहें है।
एनसीपी के विधायकों पर दबाव है, उन्हें धमकाया जा रहा है। कुछ लोग दबाव में आकर पार्टी छोड़ सकते हैं तो यह उनका व्यक्तिगत निर्णय होगा लेकिन बतौर एनसीपी पार्टी हम बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। राउत ने कहा कि अजित पवार कल नागपुर की रैली में हमारे साथ थे। मुझे लगता है कि अजीत पवार एनसीपी छोड़कर नहीं जाएंगे।
कल नागपुर की रैली के लिए महाविकास आघाड़ी के सभी नेता इकट्ठा हुए थे। उस दौरान ठाकरे सेना और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अजित पवार से अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में सवाल पूछा था। तब अजित पवार ने कहा था कि सारी खबरें झूठी हैं। मैं ना तो दिल्ली गया था और ना ही अमित शाह से मिला, मैं एनसीपी में ही रहूंगा।