डेस्क न्यूज़- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने ISIS/ISIL/दाएश के मददगार मुहम्मद तौकीर महमूद को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। बेंगलुरु के रहने वाले मोहम्मद तौकीर को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। वह आईएसआईएस/आईएसआईएल/ दाएश मामले में साजिश के आरोपों का सामना कर रहा है।
मोहम्मद तौकीर महमूद को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए ने कहा है कि मुहम्मद तौकीर महमूद ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर आतंकवाद और कट्टरपंथ को बढ़ावा देने के लिए पैसे जुटाए। उसने भोले-भाले मुस्लिम युवकों को कुरान सर्किल ग्रुप से जोड़ा और अवैध रूप से उन्हें दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया भेज दिया।
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि महमूद, जुहाब हमीद, इरफान नसीर और मोहम्मद शिहाब के खिलाफ प्रतिबंधित संगठन आईएसआईएस से संबंध रखने के लिए आईपीसी और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान एनआईए ने इससे पहले दो आरोपी अहमद अब्दुल कादिर और इरफान नसीर को गिरफ्तार किया था, जिनके खिलाफ अप्रैल में आरोपपत्र दाखिल किया गया था। उन्होंने कहा कि महमूद ने सह-आरोपियों के साथ मिलकर धन जुटाया और मासूम मुस्लिम युवकों को बहला-फुसलाकर भर्ती कर लिया। फिर उसे ISIS में शामिल होने के लिए सीरिया भेजा गया।
आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच के लिए केंद्र की विशेष एजेंसी एनआईए ने कहा है कि साल 2013 में मुहम्मद तौकीर महमूद ने अपने सहयोगियों के साथ सीरिया का दौरा किया था। उन्होंने दाएश नेताओं से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि भारतीय मुसलमान उनके साथ हैं।
मुहम्मद तौकीर एक कंप्यूटर विश्लेषक और दंत चिकित्सक हैं। आतंक का पर्याय बन चुके आतंकी संगठन ISIS की मदद के लिए साल 2013-14 में उसने बेंगलुरु से कम से कम 6-7 मुस्लिम युवकों को सीरिया भेजा था। साल 2020 में महमूद तौकीर महमूद पर उसके साथी जुहैब हमीद उर्फ शकील मन्ना के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया था।
महमूद और हमीद पहले बैंगलोर में रहते थे, लेकिन बाद में सऊदी अरब चले गए। वह सऊदी अरब में रहने वाले बचपन के दोस्त के जरिए आतंकी संगठनों के संपर्क में आया था। 17 अगस्त 2020 को बेंगलुरु के नेत्र रोग विशेषज्ञ अब्दुर रहमान (28) की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि साल 2013-14 में कई युवकों को सीरिया भेजा गया था।