Paper Leak in Rajasthan: राजस्थान में पेपर लीक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कड़े नियम-कानून और सख्ती को ताक पर रखते हुए सॉल्वर गैंग अपने मंसूबों में लगातार कामयाब हो रही है। कम से कम वैकेंसी वाली भर्ती के लिए भी भारी संख्या में बेरोजगार युवा पहले आवेदन करते हैं, पूरी मेहनत से तैयारी करते हैं, दूर-दराज इलाकों में पड़े परीक्षा केंद्रों पर पहुंचते हैं और आखिर में पेपर लीक हो जाता है। यह एक या दो बार की बात नहीं बल्कि कई बार हो चुका है।
हालांकि इन मामलों में कार्रवाई भी होती है, लेकिन वह सब एक दिखावा ही साबित होती है। पेपर लीक कराने वाले गिरोह के सरगनाओं पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से उनके हौंसले बुलंद हैं। यूं बार-बार पेपर लीक होना विभागीय या राजनीतिक सांठगांठ के बिना संभव ही नहीं है।
अब बात करते हैं राज्य सरकार की। सरकार की तरफ से हर बार एक की जवाब होता है कि सख्त कार्रवाई की जा रही है। अचरज की बात तो यह है कि स्वयं सीएम अशोक गहलोत का बयान ही संदेह पैदा करता है। हाल ही गत सोमवार को भी उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में सबसे ज्यादा पेपर लीक हो रहे हैं। यह कह कर सीएम गहलोत क्या संदेश देना चाहते हैं? क्या प्रदेश के युवा बार-बार बदइंतजामी का शिकार होते रहेंगे? क्या सरकार दूसरे राज्यों से तुलना कर अपनी जवाबदेही से बचना चाहती है?
आइए Since Independence पर जानते हैं राजस्थान में गत तीन-चार सालों में ही कौन-कौन से पेपर हो चुके लीक? साथ ही सीएम गहलोत का वह बयान जो जवाबदेही की बजाय राजनीतिक अधिक है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गत सोमवार को कहा कि कांग्रेस की उपलब्धियों को देखते हुए बीजेपी की हवा निकल जाती है। राजस्थान में दूसरे राज्यों से ज्यादा भर्तियां निकाल रहा है। पेपर लीक के मुद्दे पर कहा कि सरकार कार्रवाई कर रही है। बीजेपी शासित राज्यों में सबसे ज्यादा पेपर लीक हो रहे हैं। बीजेपी की सोच निगेटिव है। भाजपा ऐसे मामलों में हंगामा कर नाटक इसलिए करती है ताकि लोगों को कांग्रेस की योजनाओं का लाभ ना मिल सके।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) संविदा भर्ती की परीक्षा का आयोजन किया गया। एग्जाम 19 फरवरी, 2023 सुबह साढ़े 10 बजे शुरू होना था, लेकिन परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले ही इसका पेपर सोशल मीडिया लीक हो गया। दावा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए क्वेश्चन पेपर में 78 प्रश्न हूबहू एग्जाम में आए थे।
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के ग्रुप सी का 24 दिसंबर, 2022 को आयोजित सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र लीक हुआ। पेपर लीक की जानकारी मिलने के बाद परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले आयोग के चेयरमैन संजय कुमार श्रोत्रिय ने प्रश्न पत्र को निरस्त करने की घोषणा की।
13 नवंबर 2022 को राजस्थान राज्य अधीनस्थ सेवा बोर्ड (RSMSSB) द्वारा आयोजित की गई फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा का सेकंड शिफ्ट का पेपर लीक हुआ था। पुलिस ने एक सरकारी कर्मचारी समेत दो युवकों को गिरफ्तार किया था जबकि राज्य के 6 जिलों में दर्जनों संदिग्धों से पूछताछ की थी।
राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षा भी पेपर लीक करने वाले गिरोह से बच नहीं पाई थी। 16 मई 2022 को राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का एक पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया था।
सितंबर 2021 में राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) के लिए 26 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। 16 लाख उम्मीदवार परीक्षा देने पहुंचे थे लेकिन पेपर लीक हो गया। परीक्षा रद्द हुई जिसे बाद में फरवरी 2022 में आयोजित किया गया। जांच में खुलासा हुआ कि परीक्षा से तीन दिन पहले स्ट्रांग रूम से पेपर लीक हुआ था।
राजस्थान में पटवार भर्ती परीक्षा 23 व 24 अक्टूबर, 2021 को आयोजित की गई। कुल 5,378 भर्तियां निकाली गई थी। इस भर्ती के लिए करीब 15.62 लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया था। परीक्षा के पेपर लीक मामले में भरतपुर से 12 लोगों का गिरोह पकड़ा गया था।
6 दिसंबर 2020 को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा (JEN Exam) आयोजित किया गया था। कुल 533 वैकेंसी के लिए 31,752 उम्मीजवार परीक्षा देने पहुंचे थे लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। तब पेपर लीक मामले में भरतपुर से 5 लोगों को अरेस्ट भी किया गया था।