देश का संविधान सर्वोपरी है यह बात हर कोई सांसद, विधायक, यहां तक की मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री भी कहते है लेकिन क्या कोई भी संविधान में निहित नियमों के गूढ़ अर्थो को समझता है और अगर समझता है तो उसकी पालना क्यों नहीं होती. देश के कुछ राज्यों में डबल इंजन की सरकार है. फिर भी वहां संविधान के नियमों की अवहेलना होती है. हर कोई केवल एक दूसरे को समझाने की जुगत में है. यहीं हाल राजस्थान के मुखिया का है वह खुद ना समझकर दूसरों को समझाने की कोशिश में है
बाबा साहेब आंबेडकर ने संविधान को लेकर एक बात कही थी यह संविधान अच्छे लोगों के हाथ में रहेगा तो अच्छा सिद्ध होगा, लेकिन बुरे हाथों में चला गया तो इस हद तक ना उम्मीद कर देगा कि ‘किसी को अपने लिए कुछ नजर नहीं आएगा.देश डॉ आंबेडकर की 131वीं जयंती धूमधाम से मना रहा है.तो वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. आंबेडकर जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बड़े खुश हो रहे हैं हमारे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. भाजपा ने यूपी चुनाव क्या जीत लिया बुलडोजर के नाम पर बहुत खुश हो रही है. माना की करौली हिंसा में कुछ लोग जो गिरफ्तार हुए, वो निर्दोष हो सकते हैं लेकिन क्या सरकार अगले ही दिन जाकर उनके आशियाने को ढ़हा दे,तहस नहस कर दे, ये गलत है. अगर राज करने वाले ही बुलडोजर से अपना नाम कमाने चले तो डॉ. आंबेडकर द्वारा बनाए संविधान के राज का क्या होगा.
ये जनता जनार्दन है पता नहीं कब किस को घर बैठा दे. वहीं बुधवार को भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में निकाल गई भाजपा न्याय यात्रा को लेकर भी उन्हे आड़े हाथों लिया उन्होने कहा की भाजपा केवल आग लगाने के काम करती है साथ ही पुलिस की व्यवस्था की तारीफ की.
अब आने वाले वक्त में ये देखना होगा की डबल इंजन की सरकार वाले कुछ राज्यों में बुलडोजर नियम चलता है या फिर संविधान का.