जयपुर की सुनसान सड़को पर अब रहे सतर्क,नहीं तो आप भी बन सकते है इन वारदातों का शिकार

पुलिस ने इनसे से 95 हजार रुपए लूट के बरामद किए है, इनसे प्रताप नगर व रामनगरिया में तीन वारदातों का खुलासा हुआ है
जयपुर की सुनसान सड़को पर अब रहे सतर्क,नहीं तो आप भी बन सकते है इन वारदातों का शिकार
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सुनसान रास्तो पर अब आप रहे सतर्क क्यों की …चोरो के हौसले और भी बुलंद है लेकिन फ़िलहाल जयपुर पुलिस की टीम ने इस पर कार्रवाई की है ऐसे समजे पूरा मामला मारपीट कर रुपए लूट कर सुनसान रास्ते में छोड़ जाते है। खास बात है रुपए नहीं होने पर गेमिंग ऐप में रुपए ट्रांसफर करवाते है। ऐप में रुपए डलवाने से पकड़ में नहीं आते है। पुलिस ने इनसे से 95 हजार रुपए लूट के बरामद किए है। इनसे प्रताप नगर व रामनगरिया में तीन वारदातों का खुलासा हुआ है।

डीसीपी प्रहलाद कृष्णियां ने बताया कि विकास मीना (21) पुत्र हरिभजन मीना निवासी करेल मलारना डूंगर, सवाईमाधोपुर व अखिलेश चारण (21) पुत्र मोती सिंह निवासी रामगढ़ पचवारा लालसोट, दौसा को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने लूट के 95 हजार रुपए भी बरामद किए है।

जांच में पता लगा कि विकास करेल व अखिल ने नेमीचंद मीना, नमोनारायण मीना, सियाराम गुर्जर, विश्वास मीना, राजेंद्र मीना, बाबूलाल, दिनेश सैनी के साथ मिलकर गिरोह बनाया। रात को ये लिफ्ट के बहाने से लोगों को रोक लेते थे। दूसरी कार में पीछा करके अपहरण कर लेते है। आखों पर पट्‌टी बांध कर ले जाते है। उनसे रुपए व मोबाइल छीन लेते है। रुपए नहीं होने पर गेमिंग ऐप में रुपए डलवाते है। इससे किसी को पता नहीं लग पाता है। इन्होंने तीन वारदातों का खुलासा किया है। पुलिस ने लूट के 95 हजार रुपए भी बरामद किए है।

वारदात नंबर – 1 24 अगस्त को मिलन सिंह रात को घर जा रहा था। रात को करीब 12.30 बजे घर के बाहर गाड़ी रूकवा ली। गाड़ी से उतार कर चाबी निकाल ली और उसे गाड़ी में अपहरण कर ले गए। वे डरा-धमका कर कोटा हाइवे की ओर ले गए। उसे छोड़ने के लिए उन्होंने एक लाख रुपए मांगे। रुपए नहीं होने पर 21 हजार रुपए ऑनलाइन पेमेंट करवाया। बाद में ये अक्षयपात्र के पास छोड़ कर चले गए थे।

वापस आकर गाड़ी चेक की तो फाइबर मशीन व 80 हजार रुपए गायब मिले।

वारदात नंबर -2 : 26 अगस्त को मोहित सतनामी रात को घोड़ा सर्किल के पास केबल चैक कर रहा था। पास में ही उसकी गाड़ी खड़ी की थी। करीब 12.15 बजे एक स्विफ्ट डिजायर कार आई। उसमें 4 बदमाश उतर कर आए और मारपीट करने लग गए।। उसे गाड़ी में अपहरण कर शिवदासपुरा की ओर ले गए। वहां पर डरा-धमका कर छोड़ने के लिए रुपए मांगे। ऑनलाइन 72 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए। बाद में वापस प्रतापनगर छोड़ गए। वापस आकर गाड़ी चेक की तो फाइबर मशीन व 80 हजार रुपए गायब मिले।

तीसरी वारदात : 28 अगस्त को राहुल शर्मा रात 12.30 बजे पनोरमा चौराहे की ओर जा रहा था। वह रास्ते में टॉयलेट करने के लिए रूका। वापस गाड़ी में जाने लगा तो एक स्विफ्ट डिजायर कार आई। 5 बदमाशों ने मारपीट कर उसे गाड़ी में पटक दिया। आखों पर पट्टी बांध कर ले गए। गाड़ी में रखे 2.50 लाख रुपए व सोने की चेन, दो अंगूठी, दो फोन व पर्स में रखे एटीएम कार्ड़ सहित अन्य दस्तावेज ले गए। इन्होंने टोंक के पास ले जाकर उसे छोड़ दिया।

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