न्यूज – कोरोना महामारी को परास्त करने में राज्य शासन के अनेक विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अपनी जान की परवाह किये बगैर पूर्ण सेवाभाव से अपने-अपने स्तरों से जुटे हुये हैं। जिन विभागों के अधिकारी-कर्मचारी इस कठिन समय में समर्पित होकर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं,उनमें से एक विभाग जनसम्पर्क भी है। इंदौर के संभागीय जनसंपर्क कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी कठिन और विपरीत परिस्थितियों में जिस दिन से लॉकडाउन शुरू हुआ है, उसी दिन से अथक रूप से सुबह 5 बजे से लेकर देर रात्रि तक अपने कामों में जुटे रहते हैं। यह एक ऐसा कार्यालय है जो बगैर छुट्टी किये सातों दिन लगातार खुल रहा है। कार्यालय के द्वारा कोरोना महामारी के विभिन्न पहलुओं पर पार्श्व में रहकर जनजागरण के विभिन्न कार्य किये जा रहे हैं। कई विभागों के अधिकारी-कर्मचारी फ्रंट लाईन योद्धा के रुप में कार्य कर रहे हैं,तो इस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बेकलाइन योद्धा के रुप में अपनी सेवायें दे रहे हैं।
जनसंपर्क विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा पार्श्व में रहकर महती भूमिका निभाई जा रही है। इस विभाग ने प्रिंट, इलेक्ट्रानिक मीडिया हो अथवा सोशल मीडिया इनके माध्यम से कोरोना के लक्षण, कोरोना वायरस से बचाव के उपाय, शासन प्रशासन द्वारा कोरोना से निपटने के किये जा रहे प्रयासों , कोरोना के संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर करने के बारे में जनजागृति के लगातार प्रयास किए हैं। साथ ही अस्पतालों में भर्ती मरीजों को दी जा रही सुविधाओं, मरीजों के डिस्चार्ज होने के बाद उनके अनुभवों को जन-जन तक पहुंचाने के भी सकारात्मक प्रयास किए हैं । इससे मरीजों तथा उनके परिजनों एवं अन्य नागरिकों में नया आत्मविश्वास पैदा हुआ।
इसके अलावा विभाग द्वारा शासन-प्रशासन एवं जनता के बीच सेतु का काम किया जा रहा है। जनता की भावनाओं जो कि अखबारों और अन्य माध्यमों से सामने आ रही हैं, उसे अलसुबह समाचार पत्रों में प्रकाशित होते ही तुरंत संबंधित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, मंत्री, मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाने में भूमिका निभाई जा रही है। इस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी समाचारों के संकलन में अपनी जान की परवाह किए बगैर नियमित रूप से फील्ड में रह रहे हैं। प्रातःकाल इस दफ़्तर में इंदौर के विभिन्न समाचार पत्रों की स्क्रूटनी होती है। समाचार पत्रों में प्रकाशित महत्वपूर्ण तथ्यों को खंगाला जाता है और इन्हें इंदौर सहित राजधानी तक शासन प्रशासन के विभिन्न वरिष्ठ स्तरों तक पहुंचाया जाता है। इसके पश्चात समाचार संकलन, संपादन और प्रसारण का कार्य दिनभर चलता रहता है।
संयुक्त संचालक जनसंपर्क डॉ. आर. आर. पटेल ने बताया कि विभाग द्वारा सोशल मीडिया का भी बेहतर उपयोग किया जा रहा है। इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं। जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी अनेक सकारात्मक पोस्ट एवं वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसकी पहुंच हजारों फॉलोअर्स तक हो रही है। कई पोस्ट तो लाखों दर्शकों तक पहुँचे हैं।
विभाग की सोशल मीडिया में उल्लेखनीय उपस्थिति है। विभाग द्वारा फ़ेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल संचालित किए जा रहे हैं। कलेक्टर और कमिश्नहर के ट्विटर हैंडल के संचालन में भी विभाग की प्रमुख भूमिका है । वर्तमान में सभी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सहित सोशल मीडिया के विभिन्न प्रतिनिधियों को भी त्वरित रूप से वाट्सएप के माध्यम से सूचनाएँ त्वरित प्रसारित की जा रही हैं। विभाग द्वारा शासन की गतिविधियों के फ़ोटो और वीडियो कवरेज भी सतत् मीडिया को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। विभाग द्वारा कोरोना के इस कठिन काल में जबकि संचार प्रतिनिधियों का मुवमेंट सीमित है , ऐसे में लगभग एक हज़ार से अधिक प्रतिनिधियों को ईमेल द्वारा भी प्रतिदिन सूचनाएँ पहुँचाई जा रही है।