Ghaziabad Conversion Case: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि 7 लोग अपना धर्म बदल कर इस्लाम कबूल कर चुके हैं। इस मामले में 3 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनका नाम राहिल उर्फ राहुल अग्रवाल, मोहम्मद अब्दुल्ला उर्फ सौरभ खुराना और मुशीर सैफी है।
वहीं, गाजियाबाद धर्म परिवर्तन मामले में जांच कर रही पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं। पुलिस को आरोपी राहिल के फोन से जो चैट मिली है। उसमें पता लगा की राहिल करीब 18 से 19 लड़कियों के संपर्क में था। उनसे लगातार चैट करता था।
प्यार के जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा था। इनमे ज्यादातर लड़कियां नोएडा और एनसीआर की हैं। कुछ लड़कियां उसके ऑफिस की भी हैं। पुलिस अब उन लड़कियों की डिटेल निकाल रही है और उनसे भी पूछताछ करेगी।
पुलिस राहिल की सीडीआर डिटेल को भी खंगाल रही है। पुलिस को लगभग 700 वॉट्सएप पेज की चैट हाथ लगी है। इस मामले में जिन लोगों का धर्म परिवर्तन हुआ है। पुलिस उनसे भी इस मामले में पूछताछ कर सकती है। पुलिस को जाकिर नायक की वीडियो और कुछ अन्य वीडियो हाथ लगे हैं।
आरोपी राहिल से मिली वॉट्सएप चैट से बड़ा खुलासा हुआ है कि राहिल अपने प्रेम के जाल में फंसा कर हिंदू महिलाओं से धर्म परिवर्तन कराता था और उन्हें मौत, जन्नत और शहादत की बातें और सीख दिया करता था। साथ ही वह लड़कियों के मन से मौत का खौफ निकालता था। उन्हें कब्रिस्तान जाने को कहता था।
राहिल, खोड़ा कॉलोनी की रहने वाली लड़की को अपने प्रेम के जाल में फंसाकर अल्लाह का डर दिखाकर पाक रहने को कह रहा है। साथ ही मां बाप और परिवार के खिलाफ भड़काकर उनके झूठे रीति रिवाजों की बात कर ब्रेन वाश करके दूसरी तरफ कुर्बानी देने की बात कह रहा है।
अप्रैल में हुई चैट्स में राहिल, लड़की को मौत की बता करके कब्रिस्तान जाने को कह रहा है। लड़की के अंदर से मौत का खौफ खत्म करने की बात कर रहा है। खोड़ा वाली लड़की से उसने मौत को याद करने केलिए कब्रिस्तान में जाने और मस्जिद में जाकर जान देने की बात कही थी।
राहिल 2017 तक राहुल अग्रवाल था, लेकिन मोहम्मद अब्दुल्ला के संपर्क में आने के बाद 2017 में यह राहुल अग्रवाल से मोहम्मद राहिल बन गया। खास बात यह है कि मोहम्मद अब्दुल्ला 2014 तक सौरभ खुराना था। इसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने के दौरान इस्लाम कबूल किया था।
जबकि मुशीर सैफी ट्यूशन पढ़ाता है और इसका काम ऐसे छात्रों की पहचान करना होता है जो अपने परिवार से थोड़ा कटे रहते हैं धर्म में बहुत ज्यादा विश्वास नहीं करते हैं। राहिल, मुशीर से ट्यूशन पढ़ चुका है। मुशीर ने ही राहिल को अब्दुल्ला से मिलाया था और बाद में अब्दुल्ला ने अपनी साली का निकाह राहिल से करता था।