Conversion in Meerut: उत्तर प्रदेश में मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र स्थित दूधली गांव में एक डिस्पेंसरी चला रहे डॉक्टर के घर में मतांतरण कराया जा रहा था। जानकारी मिलने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। आपसी कहासुनी के बीच पुलिस भी पहुंच गई।
इस दौरान चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं कुछ लोग ईसाई समुदाय के साहित्य समेट कर फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है।
उधर, मवाना के लालकुर्ती क्षेत्र में भी बीजेपी और हिंदू संगठनों ने मतांतरण कराए जाने के मामलों की पुलिस में शिकायत की है। बीजेपी नेता विपुल चंदेल और हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में मतांतरण के षड्यंत्र हो रहे हैं और पुलिस-प्रशासन खामोशी से बैठा हुआ है।
पुलिस के मुताबिक पवन डॉक्टर नाम के व्यक्ति के घर में ईसाई समुदाय का कीर्तन चल रहा था। आसपास के लोगों को बुलाया गया था। डॉक्टर ने गांव के ही सत्येंद्र, अमरीश और दो अन्य लोगों को भी बुलाया था।
इन चारों का आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें आठ लाख रुपए और मासिक खर्च देने का प्रलोभन देकर ईसाई पंथ ग्रहण करने के लिए बोल रहा था। जिसके बाद इन लोगों ने इस बात की सूचना हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं और पुलिस को दे दी।
मौके पर पहुंचे हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने मतांतरण का विरोध किया। वहीं, पुलिस ने डॉक्टर सहित तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। मौके से कई लोग ईसाई पंथ के साहित्य लेकर फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।