UP News: आरक्षण के जिस कोटे पर हिन्दू दलितों का अधिकार है, उसमें फर्जीबाड़ा कर गलत नामों से मुस्लिम समाज के लोग केन्द्र के विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियां हथिया रहे हैं। मुजफ्फरनगर योग साधना आश्रम के संचालक स्वामी यशवीर महाराज ने केन्द्रीय गृहमंत्री को पत्र भेजकर ऐसे तमाम नामों का खुलासा किया है, जिन्होंने फर्जी तरीके से खुद को हिंदू दलित दर्शाकर आरक्षण का लाभ ले लिया और नौकरियां हासिल कर ली हैं।
स्वामी यशवीर ने बताया है कि पूरे मामले से केंद्रीय गृह मंत्री को अवगत कराया गया है। उन्होंने सरकार से सीबीआई या किसी अन्य एजेंसी से जांच कराने की मांग की है, ताकि फर्जीबाड़ा कर सरकारी नौकरियां लेने वालों पर कार्रवाई हो सके।
उन्होंने सीबीआईजी जांच की मांग उठाते हुए आशंका जताते हुए कहा है कि भविष्य में अगर ऐसे लोग आतंकी साजिशों में लिप्त पाए जाते हैं तो बदनामी हिन्दू समाज को उठानी पड़ सकती है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बघरा स्थित योग साधना यशवीर आश्रम के संचालक स्वामी यशवीर महाराज ने केन्द्रीय गृहमंत्री को दी शिकायत में बताया कि सरकारी नौकरी हथियाने को मुस्लिम नौजवान हिंदुओं के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। दिल्ली में हिंदू धोबी समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त है, लेकिन मुस्लिम धोबी को यह दर्जा नहीं मिला है। इसके बाद भी मुस्लिम अपने नाम हिंदू रखकर नौकरियों का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
स्वामी यशवीर ने कहा कि मुस्लिम धोबी समाज के लोगों ने हिंदू धोबी समाज का प्रमाण पत्र बनवाकर दिल्ली पुलिस, डाक विभाग, बीएसएफ, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, असम राइफल्स, सीआरपीएफ और दमकल समेत अन्य विभागों में फर्जी तरीके से नौकरियां हासिल कर ली हैं।
स्वामी यशवीर ने गृहमंत्री को भेजी शिकायत में सोनीपत के दिल्ली पुलिस में कार्यरत रोहताश खत्री, पानीपत के अशोक खत्री, डीटीसी से सेवानिवृत्त बलवान, सीआरपीफ के अनिल, दिल्ली के बलवान, रोहतक के राज उर्फ राजवीर, हरियाणा पुलिस में कार्यरत जींद के सुनील, कर्मवीर, दयानंद और सोनीपत के सुरेश आदि का इसे लेकर नाम भी खोला है।
स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि समाज में इस प्रकार का चलन ठीक नहीं है। सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के दौरान इस तरह के मामले उनके सामने लगातार आए हैं। सरकार को इस ओर गंभीर कदम उठाना चाहिए। ऐसे लोगों की जांच कर उनके विरूद्ध कार्रवाई होनी चाहिए।