बंगाल में अब तक के चुनावी नतीजों को देखा जाए तो एक बात बिल्कुल स्पष्ट नज़र आती है कि दलितों और आदिवासियों के बीच बीजेपी की मौजूदगी बढ़ रही है। देश में लोकसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है।
बंगाल में कुल 42 सीटें है। ओपिनियन पोल के नतीजों के अनुसार बीजेपी को इस बार 26 सीटें मिल सकती है। टीएमसी को 16 सीटें मिलने का अनुमान है।
बाकी लेफ्ट और कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही है। अब 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी को 18 सीटें मिली थी। ओपिनियन पोल के नतीजों के मुताबिक इस बार 8 सीट का फायदा हो सकता है।
पश्चिम बंगाल की राजनीती में पिछले कुछ सालों में बीजेपी ने अपनी अच्छी पकड़ बनाई है। जहां बीजेपी को 2 सीटें मिलना भी मुश्किल था। वहां आज बीजेपी की 18 सीटें है। ममता बनर्जी को पंचायत चुनाव में भी बीजेपी से कड़ी टक्कर मिली थी।
बीजेपी के बढ़ते वोट शेयर ने ममता बनर्जी को टेंशन में डाल दिया है। टीएमसी के शासन में जो बंगाल के लोगों में खौफ हुआ करता था अब वो कहीं ना कहीं कम होता दिखाई दे रहा है।
मोदी की बढ़ती लहर से लोगों का झुकाव बीजेपी की तरफ भी हुआ है। अब देखना ये है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपनी धाक जमा पाती है या नहीं।