डेस्क न्यूज – TamilNadu भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को TamilNadu के मदुरै स्थित मीनाक्षी मंदिर में दर्शन पूजन किया।
इसी के साथ उनके तीन दिवसीय दौरे का आगाज हो गया।
जनवरी में यह दूसरा मौका है, जब जेपी नड्डा चुनावी राज्य TamilNadu पहुंचे हैं।
इससे पहले वह 14 जनवरी को भी दक्षिण भारत के इस प्रमुख राज्य का दौरा किया था।
तमिलनाडु के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी नेताओं और समर्थकों के साथ मीनाक्षी मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उनके साथ पार्टी के नेता और समर्थक भी थे।
मंदिर में दर्शन करने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तमिलनाडु बीजेपी कोर कमेटी की बैठक ली।
इस दौरान उन्होंने पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं से चुनावी तैयारियों पर चर्चा की।
बलविंदर सिंह भांडेर ने किसान आंदोलन पर अपनी बात रखी, जबकि जेडीयू सांसद आरसीपी सिंह ने कानूनों का समर्थन किया.
वही : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में शनिवार को सर्वदलीय बैठक हुई. इस दौरान किसान आंदोलन (Kisan Andolan) और उनकी मांगों का मुद्दा भी उठा. आल पार्टी मीट में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत, और एसएडी के बलविंदर सिंह भांडेर ने किसान आंदोलन पर अपनी बात रखी, जबकि जेडीयू सांसद आरसीपी सिंह ने कानूनों का समर्थन किया.
वह किसानों से बस एक फोन कॉल की दूरी पर हैं.
इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार अब भी प्रस्ताव लेकर किसानों के समक्ष खड़ी है. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा, ‘कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से जो कहा वह मैं फिर से दोहराना चाहता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘हम आम सहमति तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हम आपको (किसानों को) प्रस्ताव दे रहे हैं. आप जाएं और इस पर चर्चा कर लें.’ इसके साथ ही उन्होंने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कही बात को दोहराया कि वह किसानों से बस एक फोन कॉल की दूरी पर हैं.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सर्वदलीय बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि ‘पीएम मोदी ने बैठक में भरोसा दिलाया कि सरकार किसानों की मांगों पर खुले मन से विचार करने के लिए तैयार है. इसके साथ ही उन्होंने कहा सरकार और किसानों के बीच 11वीं वार्ता में जो प्रस्ताव दिया गया था वह अब भी बरकरार है. इसके साथ ही उन्होंने कृषि मंत्री की बात को दोहराया कि वह बस एक फोन कॉल पर बातचीत के लिए उपलब्ध हैं.’