न्यूज – किसी ओर का दिल अब किसी ओर में धडकेगा, और ये सब संभव कर दिखाया है जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल ने…गुलाबी नगरी जयपुर ने गुरूवार को मेडिकल की दुनिया में नया कीर्तमान अपने नाम किया। जयपुर का सवाई मान सिंह अस्पताल राजस्थान का नहीं उत्तर भारत का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल बन गया, जहां हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ है। गुरूवार सुबह 3.40 बजे हार्ट ट्रांसप्लांट शुरू हुआ, जो सुबह 8.50 मिनट पर पूरा हुआ है…
एसएमएस के हार्ट ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट डॉ. अनिल शर्मा सहित 9 डॉक्टर्स व 17 लोगों की टीम ने करीब 5 घंटे में इस ऑपरेशन को पूरा किया। इस ऑपरेशन में खास बात ये रही कि किसी भी बाहरी डॉक्टर की मदद नहीं ली गई। राजसमंद के 25 वर्षीय सांवरलाल 10 जनवरी को एक सड़क दुर्घटना में घायल हो कर अस्पताल पहुंचे थे। 14 जनवरी को सावरमल को ब्रेन डेड घोषित किया गया। उसके बाद से ही अंगदान की प्रक्रिया के लिए टीम काम कर रही थी। एसएमएस हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने परिवार वालों को आर्गन डोनेट को लेकर समझाया जिसके बाद सांवरलाल के परिजनों ने अंगदान की सहमति दे दी।
राजसमंद के 25 वर्षीय सांवरलाल ने अंगदान के जरिए जाते-जाते चार लोगों को नया जीवन दिया। इनमें एक हार्ट और दो किडनी एसएमएस अस्पताल में ही ट्रांसप्लांट किए गए। वहीं, लीवर को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए निम्स हॉस्पिटल में भेजा गया। एसएमएस अस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट पहली बार किया गया।
बुधवार देर रात हॉस्पिटल प्रशासन ने हार्ट ट्रांसप्लांट की तैयारी शुरू की। इससे बाद गुरूवार सुबह कार्डियक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा और उनकी टीम ने ऑपरेशन शुरू किया। सांवरलाल के हार्ट को एक हार्ट फेलियर मरीज को लगाया गया। हार्ट जिस मरीज के ट्रांसप्लांट किया गया, उसका नाम फिलहाल पब्लिक नहीं किया गया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा कि तय गाइड लाइन के अनुसार, अभी इस ऑपरेशन की पूरी जानकारी नही दे सकते हैं। 48 घंटे बाद जब हार्ट ट्रांसप्लांट किए गए मरीज की तबीयत में सुधार होगा तो इस ऑपरेशन की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।
इस सफल ऑपरेशन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघू शर्मा ने बधाई दी। सीएम गहलोत ने कहा यह जानकर खुशी हुई कि आज एसएमएस अस्पताल, जयपुर में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया है। मैं इसके सफल होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं और रोगी जल्द ही स्वस्थ हो।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी ने ट्रांसप्लांट में शामिल पूरी टीम को दी बधाई दी है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अंगदान की मुहिम चलाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स ने दिरात मेहनत कर के ट्रांसप्लांट को संभव बनाया है।