अफगानिस्तान में बदतर होते हालात, जरूरी सामान की कीमत तीन गुना तक बढ़ी…स्वास्थ्य सेवाएं भी बदहाल

तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान में बैंकिंग और स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। एटीएम खाली हैं। खाने-पीने, दवाई से लेकर हर जरूरी सामान की कीमतें तीन गुना तक बढ़ गई हैं।
अफगानिस्तान में बदतर होते हालात, जरूरी सामान की कीमत तीन गुना तक बढ़ी…स्वास्थ्य सेवाएं भी बदहाल

तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान में बैंकिंग और स्वास्थ्य सेवाएं भी बदहाल हैं। एटीएम खाली हैं। खाने-पीने, दवाई से लेकर हर जरूरी सामान की कीमतें तीन गुना तक बढ़ गई हैं। बड़ी संख्या में महिला नर्स काम पर नहीं लौटी हैं। WHO ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट पर लगे प्रतिबंध के कारण 500 टन से ज्यादा मेडिकल सप्लाई अफगानिस्तान नहीं पहुंच पा रहा है।

अफगानिस्तान से मंगलवार को भारत आए 78 लोगों में से 16 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एहतिहातन सभी 78 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। सभी 16 लोग एसिम्प्टोमैटिक हैं- यानी उनमें वायरस के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। इन 16 लोगों में वे तीन सिख भी शामिल हैं जो काबुल से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां सिर पर उठाकर लाए थे।

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली एयरपोर्ट पर इन प्रतियों को प्राप्त किया और एक प्रति को अपने सिर पर रखकर चले।

अब तक अफगानिस्तान से 626 लोगों को भारत लाया गया है, जिसमें 77 अफगानी सिख और 228 भारतीय हैं। इन भारतीयों में अफगानिस्तान की एम्बैसी में काम करने वाले लोग शामिल नहीं हैं।

 G7 के देशों ने क्या कहा

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने G7 के देशों से कहा है कि 31 अगस्त तक किसी भी सूरत में उनकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी। बाइडेन ने कहा, काबुल एयरपोर्ट का संचालन फिलहाल हमारी सेना देख रही है, लेकिन वहां स्थिति ऐसी है कि कभी भी उन पर बड़ा आतंकवादी हमला हो सकता है। इसे देखते हुए हमारा वहां से तय समय के मुताबिक निकलना बेहतर होगा।

बाइडेन का यह बयान तब आया है, जब तालिबानी प्रवक्ता पिछले दो दिनों से अमेरिका को लगातार तय समय पर देश छोड़ने की चेतावनी दे रहे हैं। G7 के देश अमेरिका से 31 अगस्त के बाद भी वहां सेना रखने की गुजारिश कर चुके हैं। कई देशों को यह लग रहा है कि 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ने वाले लोगों को बाहर निकालना मुश्किल काम है।

तालिबान ने अमेरिका को दी चेतावनी

तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुजाहिद ने एक बार फिर अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि नाटो की सेना 31 अगस्त तक किसी भी हाल में अफगानिस्तान छोड़कर चली जाए। हम इसकी समय सीमा बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं। उसने अमेरिका से अनुरोध किया कि वो अफगानिस्तान के काबिल लोगों को ना लेकर जाएं।

तालिबान ने अफगान नागरिकों से कहा है कि वो देश छोड़कर न जाएं

मुजाहिद ने कहा कि अमेरिका को डॉक्टरों, इंजीनियरों और पढ़े-लिखे एलीट वर्ग को अपने देश आने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि एयरपोर्ट पर अफरातफरी के माहौल की वजह से वे अफगान नागरिकों को एयरपोर्ट नहीं जाने दे रहे हैं।

तालिबान ने अफगान नागरिकों से कहा है कि वो देश छोड़कर न जाएं। मुजाहिद ने कहा कि महिलाओं को अभी अपनी सुरक्षा की वजह से घरों में ही रहना चाहिए।

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