30 जून को पंजाब कांग्रेस के असंतुष्ट नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली में गांधी परिवार की प्रमुख सदस्य और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात से उत्साहित होकर सिद्धू ने स्वयं सोशल मीडिया पर जानकारी पोस्ट की। सिद्धू ने प्रियंका गांधी के साथ वाला फोटो भी पोस्ट किया।
प्रियंका गांधी ने सिद्धू से यह मुलाकात तब की है, जब सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अमरेन्द्र सिंह के मुकाबले में सिद्धू को गांधी परिवार की ओर से लगातार तरजीह मिल रही है।
गांधी परिवार ने मल्लिकार्जुन खडग़े की अध्यक्षता में जो तीन सदसीय सुलह कमेटी बनाई, अमरेन्द्र सिंह उसके समक्ष भी उपस्थित हुए।
सवाल उठता है कि गांधी परिवार पंजाब की राजनीति में जितनी तवज्जो नवजोत सिंह सिद्धू को दे रहा है, उतनी तवज्जों राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट को क्यो नहीं दी जा रही है? जबकि राजस्थान में पायलट के परिश्रम से ही 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी। पायलट और उनके समर्थक विधायक लगातार आरोप लगा रहे है कि हमारी ही सरकार में एससी एसटी वर्ग की उपेक्षा हो रही है तथा कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं हो रही है।
जयपुर और दिल्ली में पायलट का अपेक्षित सम्मान नहीं हो रहा है। पायलट ने अभी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है, जबकि सिद्धू ने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तुलना प्रतिद्वंदी अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल से कर दी है। सिद्धू खुलेआम पंजाब में कांग्रेस को बचाने की बात कह रहे हैं। पायलट ने राजस्थान में सिद्धू की तरह तीखे तेवर नहीं दिखाते हैं।