दुनिया भर में आज लगभग हर चीज डिजिटल हो गई है। हर सेवा आज ऑनलाइन मिलने लगी है। इस ऑनलाइन दुनिया के लिए हर व्यक्ति अपने मोबाइल या लैपटॉप कर अलग अलग साइट्स या ऐप्स पर पासवर्ड यूज करता है। दुनिया भर में साइबर एक्टिविटीज के साथ साइबर अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं। इन अपराधों का सबसे बड़ा कारण कमजोर पासवर्ड को माना जा रहा है। लोगो का एक ही तरह का पासवर्ड का प्रयोग करना इन सब अपराधों का बड़ा कारण है।
आज हर सेवा ऑनलाइन मिलती है। हर वेबसाइट अपने यूजर से पासवर्ड बनाने के लिए कहती है। ऐसे में कई सारे एप्स और वेबसाइट पर पासवर्ड होने की वजह से लोग हर जगह एक जैसा पासवर्ड यूज करते हैं।
नॉर्डपास 2022 के अध्ययन के अनुसार पासवर्ड भूलने के डर से लोग एक जैसे पासवर्ड या बेहद आसान पासवर्ड चुनते हैं। पासवर्ड एक जैसे या बेहद आसान पासवर्ड होने से लोग साइबर क्राइम का शिकार होते हैं। एक अनुमान के अनुसार हर दिन करीब 30 करोड़ से अधिक वेबसाइट्स हैक होती हैं। इन वेबसाइट्स के हैक होने से लगभग 6 खरब डॉलर का नुकसान होता है।
नॉर्डपास 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ पासवर्ड ऐसे जो बेहद ही आसान हैं और लोगों के द्वारा प्रयोग किए जाते हैं। जो पासवर्ड एक फ्लो में होते हैं वो काफी आसान माने जाते हैं और आसानी से हैक होने के चांस रहते हैं। कुछ बेहद आसान और सबसे ज्यादा प्रयोग किए जाने वाले पासवर्ड ये हैं
12345678
qwerty
1234
qwerty12345
1q2w3e
111111
login
अगर आप भी इन में से कोई पासवर्ड यूज करते हैं तो बदल लीजिए क्योंकि इनके हैक होने के चांस ज्यादा होते हैं।
सुरक्षित पासवर्ड के लिए कई पैमाने बताए गए हैं। पासवर्ड को स्ट्रॉंग और सुरक्षित बनाने के लिए अक्षरों और नबंरो के कॉम्बिनेशन का प्रयोग करें। साथ ही पासवर्ड में एक या दो अक्षर कैप्स लॉक में रखें साथ ही कोशिश करें किसी एक @,!,#,$,%,^,&,* ऐसे कैरेक्टर का प्रयोग हो। इन सबके कॉम्बिनेशन से आप अपने पासवर्ड को सुरक्षित बना सकते हैं।
डिजिटल सेक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन वी. राजेन्द्रन के अनुसार बिना अर्थ के पासवर्ड का पता लगाना मुश्किल होता है।
जिस पासवर्ड का कोई अर्थ नहीं निकलता, उसका पता लगाना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए पासवर्ड में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करें, जो शब्दकोश में हैं या जो अक्षर कीबोर्ड पर क्रम में हैं। पासवर्ड को याद रखने के लिए अंत में चार शब्द ऐप या कंपनी के नाम के जोड़ दें, ताकि अलग-अलग प्लेटफॉर्म का पासवर्ड याद रहें। कोशिश करनी चाहिए कि पासवर्ड में अंकों के साथ अन्य अक्षर भी हों।
वी. राजेन्द्रन, चेयरमैन, डिजिटल सेक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया
दुनियाभर में 72 फीसदी से अधिक, जबकि भारत में 84 फीसदी से अधिक पीड़ित आसान पासवर्ड या फिर लापरवाही के कारण साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसते हैं। हालांकि पुरुषों की अपेक्षा शहरी महिलाएं 7 फीसदी ज्यादा मजबूत पासवर्ड इस्तेमाल करती हैं और 8 फीसदी कम साइबर हमलों की शिकार होती हैं।