उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पंजाब नैशनल बैंक मेंं 38 लाख रुपये के गबन के मामले में असिस्टेंट मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया है। इस पूरे मामले की विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। गबन के आरोप में असिस्टेंट मैनेजर इन दिनों जेल में बंद है। इसे रिमांड में लेकर पुलिस ने पूछताछ की तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आए है। आरोपित असिस्टेंट मैनेजर ने बैंक का लाखों रुपए गबन करने के बाद 25 लाख सट्टे में गंवा दिया है वहीं बाकी धनराशि अन्य कार्यों मेें खर्च होने की बात बताई है।
पंजाब नैशनल बैंक हमीरपुर में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर के
खिलाफ ब्रांच मैनेजर नागेन्द्र सिंह ने सदर कोतवाली में मुकदमा कराकर
आरोप लगाया था कि इसने यूजर आईडी के जरिये बैंक की 38 लाख रुपए की
धनराशि अपने सैलरी वाले खाते में हस्तांतरित कर गबन किया है। इससे
पहले साढ़े सात लाख रुपए असिस्टेंट मैनेजर ने सैलरी खाते में ट्रांसफर किए थे। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपित असिस्टेंट मैनेजर का सैलरी खाता सीज कर दिया गया था।
वहीं असिस्टेंट मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में उसे रिमांड में लेकर कोतवाली में पूछताछ की गई। जिसमें चौंकाने वाले मामले सामने आए है। इधर पीएनबी के मैनेजर नागेन्द्र सिंह ने बताया कि गबन के मामले में असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश हुए है। बताया कि पीएनबी के मंडलीय कार्यालय के अधिकारियों ने इस पूरे मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
हमीरपुर सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपित असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर से कोतवाली में पूछताछ की गई तो उसने कहा कि बैंक की 38 लाख रुपए की धनराशि में 25 लाख रुपए सट्टे में हार गया है और ये धनराशि सट्टे के कारोबारी के खाते में भेजी गई थी। उसे खाते के संचालन पर रोक लगा दी गई है। बताया कि गबन की बाकी की धनराशि घरेलू और अन्य कार्यों में खर्च करने की बात आरोपित ने स्वीकारी है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि रिमांड में लेकर उसके बयान नोट करने के बाद उसे वापस जेल भेजा जा चुका है।