आज सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण शुरू, इस दौरान करें इन मंत्रों का जाप

आज उपच्छाया चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 11 बजकर 34 मिनट से हो जाएगी, वहीं इसकी समाप्ति शाम 5.33 बजे होगी। उपच्छाया चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 59 मिनट की है।
आज सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण शुरू, इस दौरान करें इन मंत्रों का जाप
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आज उपच्छाया चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 11 बजकर 34 मिनट से हो जाएगी, वहीं इसकी समाप्ति शाम 5.33 बजे होगी। उपच्छाया चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 59 मिनट की है। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज लगने वाला है। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में दिखाई देगा। इस चंद्र ग्रहण की सबसे खास बात ये है कि ऐसा 580 साल बाद होगा, जब इतना लंबा आंशिक चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा। इतना लंबा चंद्र ग्रहण 18 फरवरी 1440 को लगा था, उसके बाद से अभी तक इतना लंबा चंद्र ग्रहण नहीं लगा है।

आइए जानते हैं इस चंद्र ग्रहण से जुड़ी खास बातें –

चंद्र ग्रहणअरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्सों में देखा जा सकता है। इसके अलावा यह उत्तर और दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में देखा जा सकता है।

चंद्र ग्रहण का समय व तिथि

चंद्र ग्रहण शुक्रवार 19 नवंबर को लगने जा रहा है। यह भारतीय समय के अनुसार सुबह 11:34 बजे शुरू होगा और शाम 5:33 बजे समाप्त होगा। खंडग्रास ग्रहण की कुल अवधि 03 घंटे 26 मिनट की होगी। उपच्छाया चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 05 घंटे 59 मिनट होगी।

चंद्र ग्रहण की राशि और नक्षत्र

कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण वृष और कृतिका नक्षत्र में लग रहा है, इसलिए यह चंद्र ग्रहण तुला, कुंभ और मीन राशि के जातकों के लिए शुभ रहेगा। वहीं वृष, सिंह, वृश्चिक और मेष राशि के लोगों की दिक्कत बढ़ सकती है।

चंद्र ग्रहण के कारण नहीं लगेगा सूतक

भारत में आंशिक चंद्र ग्रहण है इसलिए ग्रहण के दौरान सूतक नहीं लगेगा। ज्योतिषविदों की मानें तो भारत पर इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव नहीं रहेगा. क्योंकि यह आंशिक यानी उपछाया ग्रहण है, तो सूतक काल नहीं होगा।

चंद्र ग्रहण के दौरान इन मंत्रों का करें जाप

चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ खास मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव में कमी आती है। चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान विष्णु के मंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय, भगवान शिव के मंत्र ओम नम: शिवाय और भगवान गणेश के मंत्र श्री गणेशाय नमः: मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। साथ ही यदि आप देवी के उपासक हैं तो देवी मंत्र दुं दुर्गाय नम:, श्री राम भक्त हनुमान के मंत्र ऊँ रामदूताय नम: और श्रीकृष्ण के मंत्र कृं कृष्णाय नमः: मंत्र का जाप करना चाहिए।

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