डेस्क न्यूज़ – सूर्य ग्रहण की तुलना में चंद्र ग्रहण ज़्यादा आम हैं। लेकिन खगोलीय घटना होने के कारण हर कोई इसका भी एक नज़ारा पाने के लिए आतुर होता है। साल 2020 का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी 2020 यानी शुक्रवार को लगेगा। यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। NASA ने इस खोगलीय घटना को 'Wolf Moon Eclipse' का नाम दिया है। भारत में रहने वाले लोग भी Chandra Grahan 2020 को देख पाएंगे। इस बार एशिया, अफ्रीका और यूरोप के देशों में भी इस Lunar Eclipse को देखा जा सकेगा। इस उपच्छाया चंद्र ग्रहण की अवधि 4 घंटे 5 मिनट की होगी। यह पहला मौका है जब एक साल में चार Penumbral Lunar Eclipse होंगे।
उपच्छाया चंद्र ग्रहण तब लगता है कि जब पृथ्वी सूरज और चांद के बीच आ जाता है। इस कारण सूरज की रोशनी के रास्ते में पृथ्वी आ जाती है। जिस कारण से चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ती है। लेकिन इस उपच्छाया ग्रहण में चंद्रमा पर कोई प्रच्छाया नहीं होती। उपच्छाया ग्रहण होने के कारण यह खुले आंखों से नहीं दिखता। चंद्र ग्रहण के चरम पर चंद्रमा के 90 फीसदी हिस्से पर पृथ्वी की उपच्छाया होगी। जैसा कि हमने आपको पहले बताया, इस साल कुल चार उपच्छाया ग्रहण लगेंगे। 10 जनवरी के बाद 5 जून, 5 जुलाई और 30 नवंबर को भी उपच्छाया ग्रहण लगेंगे।