चोरी डकैती यू तो बहुत देखे होंगे अपने मगर ये घटना देख आप की भी रातो की नींद कही उड़ जाये। क्योकि कानपुर की इस वारदात के बाद बदमाशों का यू आधी रात खुला घूमना और पुलिस की उन पर नजर तक न पड़ना । लाजमी है हर कोई भयभीत होगा और कानून के रखवालो से ये सवाल भी करेगा की जिम्मेदारी सुरक्षा की आपकी है तो चूक हुई कैसे ?
कानपुर (Kanpur) शहर. यहां का गोविंद नगर इलाका. 17 सितंबर की रात को गोविंद नगर केटी ब्लॉक स्थित शिवम एन्क्लेव अपार्टमेंट के एक फ्लैट में डकैती हुई. बदमाशों ने बुजुर्ग महिला को पीटा और उसके जेवर नगदी छीन कर भाग निकले। पुलिस अब कर रही बदमाशों की तलाश
जिस फ्लैट में ये वारदात हुई वहां एक 75 साल की महिला अकेली रहती हैं. बुजुर्ग महिला का नाम आशा गुप्ता है. उनके पति की मौत हो चुकी है. बेटी की शादी हो चुकी है. दो बेटे भी हैं. एक दिल्ली में और दूसरा राजस्थान में रहता है.
आशा गुप्ता ने बताया कि वो रात के समय भजन कर रही थीं. तभी किसी ने उनका दरवाजा खटखटाया. पूछने पर किसी की आवाज नहीं आई. इस बीच बदमाशों ने रॉड लगाकर दरवाजे का लॉक तोड़ दिया. चार बदमाश अंदर घुस आए. उन्होंने आशा गुप्ता से मारपीट की. फिर उन्हें बांध दिया और अलमारी और बक्सों के ताले तोड़कर पौने दो लाख रुपये की नकदी और करीब 14 लाख रुपये के जेवर लूट लिए. आशा गुप्ता ने सोने की बालियां और चेन भी पहन रखी थी. बदमाशों ने वो भी छीन लीं. बदमाशों ने पहले अपार्टमेंट के गार्ड वीरेंद्र शर्मा को बंधक बनाया था. उनके जाने के बाद महिला ने शोर मचाया जिसके बाद तीसरी मंजिल पर रह रहे लोग पहुंचे.
बदमाश फरार होने के बाद पुलिस ने तलाश शुरू जार दी है। पुलिस ने बदमाशों पर 10000 रुपये का ईनाम घोषित कर जानकरी देने वालो के लिए नंबर जारी किया है। जानकरी देने वालो का नाम गुप्त रखा जायेगा। वीडियो वायरल होने के बाद शीर्ष अधिकारियो ने गोविन्द नगर थाना प्रभारी अनूप सिंह को लाइन हाजिर किया.
बदमाशों के वीडियो वाइरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने जम कर पुलिस को निशाने पर लिया
पत्रकार प्रवीण मेहता ने लिखा ,
" पूरा भारत घूम लीजिए. लेकिन डकैती डालकर साइकिल से लौटने वाले सिर्फ कानपुर में ही मिलेंगे."
पत्रकार अंकित शुक्ला ने इस घटना पर ट्वीट किया जिसमे उन्होंने लिखा ,
" कानपुर की सुरक्षा व्यवस्था इतनी चौकस है कि डकैती डालकर कोई आराम से साइकिल से भी निकल लेता है. देखिए ना, गोविंद नगर में डकैती डालने के बाद कैसे आराम से जा रहे हैं आरोपी "
बारिश की वजह से आरोपियों के चेहरे पहचाने नहीं जा सके इसलिए बदमाशों को पकड़ना फ़िलहाल पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.