प्रयागराज जिले में हंडिया थाना क्षेत्र के बमैला गांव में पेशकर राकेश चंद्र शुक्ला की मौत की गुत्थी अब उलझ गई है। डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो फांसी से मौत की पुष्टि हुई। इसके साथ ही एक हाथ पर कलम से भाई-भतीजे का नाम भी लिखा हुआ मिला। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि राकेश ने कई लोगों से कर्ज भी लिया था। इस आधार पर वह आत्महत्या कर सकता है, लेकिन हाथ पर लिखा नाम पुलिस की थ्योरी पर संदेह पैदा कर रहा है। पुलिस नाम लिखने की वजह जानने के अलावा उसके मोबाइल से कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) भी निकालेगी। ताकि सच्चाई का पता चल सके। हालांकि परिजनों ने अभी तक पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है।
राकेश चंद्र शुक्ला जौनपुर जिला न्यायालय में पेशकर थे। मंगलवार को वह जौनपुर से यह कह कर निकला था कि वह पैतृक गांव बमैला गांव जा रहा है | गुरुवार को उसका शव एक आम के पेड़ में फंदे से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच कर जेब से पैसे, मोबाइल, कमरे की चाबी बरामद की। हालांकि, उस वक्त परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी, जिस पर पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही थी | हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत की पुष्टि हुई है।
इंस्पेक्टर हंडिया बृजेश कुमार का कहना है कि पेशकर के हाथ में कलम से परिवार के कुछ सदस्यों के नाम लिखे थे। फिलहाल उसके मोबाइल का सीडीआर निकाला जा रहा है। भाई सभाजीत ने बताया है कि राकेश ने कर्ज लिया था। मामला सुसाइड का है।