हमारा मकसद आपको कतई भी डराने का नहीं है, बल्कि उस सच को दिखाना है जिसको जानना आपके लिए जरूरी है। क्योंकि सरकारी दस्तावेजों में कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों से सच्चई कहीं ज्यादा डराने वाली है। आप सोच सकते हैं कि अब श्मशान घाटों पर चिताएं ठंडी होने से पहले बुझा दी जा रहीं, ताकि दूसरे का अंतिम संस्कार किया जा सके। कब्रिस्तानों में शव दफनाने के लिए जगह तक नहीं मिल रही है।
इन तस्वीरों के जरिए हम आपको विभिन्न शहरों से ऐसे ही हालात से रूबरू करा रहे हैं‚ इसे देख आप खुद-ब-खुद देश की भयावह स्थिति से वाकिफ हो जाएंगे।
शवों के साथ सिस्टम भी शायद मर चुका
ये तस्वीरें आपको थोड़ा विचलित कर सकती हैं‚ इसलिए क्योंकि आपको इनमें अपनों के खोने का दर्द भी नजर आएगा। इन शवों के साथ सिस्टम भी मर चुका है
और आपको जनता की बेबसी व मायूसी के सिव जो दिखेगा वो ये है कि हम इस वक्त सामान्य जीवन जीते हुए दो समय का भोजन भी तसल्ली से खा रहे हैं तो हम बेहद खुशकिस्मत हैं।
ये तस्वीरें आपको यह भी सीख देगी और अहसास कराएंगी कि आप चाहे जितना भी आर्थिक रूप से संपन्न क्यों न हों‚
लेकिन आपने या आपके अपनों ने जरा सी लापरवाही की तो ये परिस्थितियां आपके साथ भी हो सकती हैं।
Jammu and Kashmir, April 21 जम्मू कश्मीर में 21 अप्रैल को कई चिताओं को एक साथ अग्नि दी गई। यहां कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या में 123% का इजाफा हुआ है। इसके चलते अब शव को कब्रिस्तान और श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए शव वाहन भी कम पड़ गए हैं। एक-एक शव वाहन में 5-7 शवों को ले जाया जा रहा है।
Jammu and Kashmir, April 21 जम्मू में परिजन अपने प्रियजन का अंतिम संस्कार करते हुए
Jammu and Kashmir, April 21 जम्मू में अपने प्रियजनों के शवों के क्रियाकर्म में शामिल होते परिजन
West Bengal, April 21 फोटो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की है। यहां कोरोना से जान गंवाने वाले मरीज के परिजनों को उसका आखिरी बार चेहरा तक देखने को नसीब नहीं हुआ। बार-बार परिजन शव को देखकर रोते-बिलखते रहे।
New Delhi, April 21 फोटो देश की राजधानी दिल्ली की है। यहां कब्रिस्तान में भी लोगों के शव दफन करने की अब जगह नहीं बची है।
New Delhi, April 21 दिल्ली में कब्रिस्तान के मैनेजमेंट का कहना है कि हर दिन 50 से 60 लोगों के शव आ रहे हैं
अब शहर से दूर-दराज के कब्रिस्तानों में बात करके वहां ऐसे मृतकों को दफन किया जा रहा है।
New Delhi, April 21 (ANI)
दिल्ली में परजिन और समुदाय के लोग अपने प्रियजन को अंतिम विदाई देते हुए
दिल्ली के श्मशान घाट पर अपने प्रियजन के शव के समक्ष बैठा परिजन अपने प्रियजन के शव के संस्कार का इंतजार करता हुआ
भोपाल में हर दिन 100-150 लोगों का अंतिम संस्कार हो रहा है, जबकि सरकारी आंकड़ों में पूरे जिले में केवल 10-12 मौतें ही दर्ज हो रही हैं।