हेल्थ मिनिस्ट्री ने मंगलवार को देश के हिल स्टेशन और मार्केट में बढ़ती भीड़ पर चिंता व्यक्त की। हेल्थ मिनिस्ट्री के जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा कि लोग कोरोना की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं। हम जब भी थर्ड वेव की बात करते हैं, तो शायद उन्हें लगता है कि हम मौसम का अपडेट दे रहे हैं। शायद इसीलिए कई जगह कोरोना प्रोटोकॉल के बिना भीड़भाड़ देखी जा रही है।
इस बीच नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने बताया कि दुनिया के कई देशों में तीसरी लहर दिख रही है। ऐसे में हमें यह हमें तय करना होगा कि तीसरी लहर का असर भारत पर न पड़े। उन्होंने कहा कि इस वक्त हर दिन दुनियाभर में 3.90 लाख नए केस सामने आ रहे हैं, जबकि दूसरी लहर के दौरान 9 लाख केस सामने आ रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साफ कहा है कि तीसरी लहर कब आएगी, इस पर चर्चा करने की बजाए हमें इसकी निगरानी पर ध्यान देना चाहिए।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मंगलवार को चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हिल स्टेशन, मार्केट में बिना मास्क और प्रोटोकाल के बिना भारी भीड़ का उमड़ना ठीक नहीं है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। कुछ लोग सीना तानकर बोलते हैं कि तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, 'लोगों को समझना है कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। आज सवाल होना चाहिए कि तीसरी लहर को आने से कैसे रोकना है? प्रोटोकॉल का कैसे पालन करना है? कोरोना अपने आप नहीं आता, कोई जाकर ले आए तो आता है। हम सावधानी बरतेंगे, तो तीसरी लहर को भी रोक पाएंगे।'
देश में इस वक्त 4.31 लाख एक्टिव केस हैं और रिकवरी रेट 97.3% है। इस समय देश के 73 जिले ऐसे हैं, जहां हर दिन 100 से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं। 2 जून को ऐसे जिलों की संख्या 262 थी और उससे पहले 4 मई को 531 जिले ऐसे थे।
देश में कोरोना के घटते मामलों के बीच केरल-महाराष्ट्र समेत 5 राज्यों में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इस समय 50% से ज्यादा नए केस सिर्फ केरल और महाराष्ट्र में मिल रहे हैं। इन दोनों के अलावा तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।
इसके साथ ही मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल में भी नए केस में बढ़ोतरी हो रही है। राज्यों की मदद के लिए केंद्र की ओर से 11 राज्यों में टीम भेजी गई हैं। इनमें उत्तर-पूर्वी राज्यों के अलावा महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल और ओडिशा भी शामिल हैं।