चीन में अपना कारोबार बंद करेगी ये भारतीय स्मार्टफोन कंपनी,देश में करेगी निवेश

स्‍मार्टफोन बनाने वाली भारतीय कंपनी लावा ने शनिवार को एक बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने कहा है कि वह अपने हर प्रकार के फोन का उत्‍पादन अब चीन में नहीं भारत में करेगी।
चीन में अपना कारोबार बंद करेगी ये भारतीय स्मार्टफोन कंपनी,देश में करेगी निवेश

न्यूज़- स्‍मार्टफोन बनाने वाली भारतीय कंपनी लावा ने शनिवार को एक बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने कहा है कि वह अपने हर प्रकार के फोन का उत्‍पादन अब चीन में नहीं भारत में करेगी। अभी तक कंपनी के फोन चीन में बनते और फिर भारत में निर्यात होते थे। बिजनेस स्‍टैंडर्ड की खबर में कहा गया है कि कंपनी अपना डिजाइन सेंटर भी भारत लेकर आएगी। कंपनी ने इसके अलावा भारत में 800 करोड़ रुपए का निवेश का ऐलान किया है।

कंपनी की तरफ से यह कदम मोदी सरकार की मोबाइल बनाने वाली कंपनियों के लिए लाई गई प्रोडक्‍शन लिंक्‍ड इनीशिएटिव (पीएलआई) स्‍कीम के तहत उठाया गया है। इंडस्‍ट्री के विशेषज्ञों की तरफ से कहा गया है कि इस स्‍कीम की वजह से मैन्‍यूफैक्‍चरिरंग में लगी कंपनियों को लागत में छह प्रतिशत का फायदा होगा जोकि पहले नहीं था। लावा की तरफ से कहा गया है कि लागत में होने वाले नुकसान की तुलना पीएलआई स्‍कीम के तहत चीन से की और उसके बाद यह फैसला किया गया। अब अगले छह माह में कंपनी मोबाइल से जुड़ी रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी), डिजाइन और मैन्‍यूफैक्‍चरिंग को चीन से भारत में लाएगी।

लावा अपने उत्‍पादन का 33 प्रतिशत से ज्‍यादा हिस्‍सा मैक्सिको, अफ्रीका, साउथ ईस्‍ट एशिया और वेस्‍ट एशिया में निर्यात करती है। लावा इस वर्ष 80 करोड़ रुपए का निवेश करेगी और अगले पांच वर्षों में 800 करोड़ रुपए तक का निवेश करेगी। यह कदम कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्‍टर हरि ओमा राय ने कहा, 'हम इस मौके का उत्‍सुकुता से इंतजार कर रहे थे ताकि हम अपने मोबाइल रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी), डिजाइन और मैन्‍यूफैक्‍चरिंग को चीन से भारत ला सकें। उत्‍पादन से जुड़े प्रोत्‍साहन के साथ मैन्‍यूफैक्‍चरिंग अक्षमताएं दूर हो सकेंगी और इसलिए हमने उत्‍पादन को भारत लाने का फैसला किया है।'

लावा अभी निर्यात के लिए दो रणनीतियों का पालन करती है- पहली रणनीति के तहत कंपनी अपने ब्रांड नेम के साथ फोन बेचती है। दूसरी रणनीति में वह इलेक्‍ट्रॉनिक कंपनियों के लिए प्रॉडक्‍ट्स को कस्‍टमाइज करती है या मैन्‍यूफैक्‍चर करती है। पीएलआई स्‍कीम के तहत बेस ईयर तक कंपनियों को भारत में तैयार उत्‍पादों और टारगेट पूरा करने पर चार से छह प्रतिशत तक का इनसेंटिव दिया जाएा।

भारत में लॉकडाउन अवधि के दौरान लावा ने अपनी निर्यात मांग को चीन से पूरा किया। लावा ने पिछले हफ्ते नोएडा स्थित अपनी फैक्‍ट्री में 20 प्रतिशत उत्‍पादन क्षमता के साथ फिर से प्रोडक्‍शन शुरू किया है। लावा के पास 3,000 लोगों का कार्यबल है और करीब 600 लोग पिछले हफ्ते फैक्‍ट्री में वापस लौटे हैं। स्‍टेट अथॉरिटीज की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद कंपनी ने यह फैसला लिया।

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