डिग्गी में नहाने गए तीन दोस्तों की डूबने से मौत, तीनों का एक साथ हुआ अंतिम संस्कार तो लोग आंसू नहीं रोक पाए

श्रीगंगानगर जिले के पटवा गांव में डिग्गी में नहाने गए तीन दोस्तों की सोमवार को डूबने से मौत हो गई, लेकिन उनकी मौत की खबर देर रात परिवार तक पहुंची. तीनों दोस्तों ने गर्मी के चलते सोमवार दोपहर करीब 12 बजे दिग्गी में नहाने का प्लान बनाया. बच्चे गांव से दो किलोमीटर दूर खेत में बनी डिग्गी में उतरे। बच्चे खेलते हुए पानी की गहराई में चले गए। यहां पांच फीट से ज्यादा पानी था। बीच में पहुंचे तो तीनों डूब गए
डिग्गी में नहाने गए तीन दोस्तों की डूबने से मौत, तीनों का एक साथ हुआ अंतिम संस्कार तो लोग आंसू नहीं रोक पाए
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श्रीगंगानगर जिले के पटवा गांव में डिग्गी में नहाने गए तीन दोस्तों की सोमवार को डूबने से मौत हो गई, लेकिन उनकी मौत की खबर देर रात परिवार तक पहुंची. तीनों दोस्तों ने गर्मी के चलते सोमवार दोपहर करीब 12 बजे दिग्गी में नहाने का प्लान बनाया. बच्चे गांव से दो किलोमीटर दूर खेत में बनी डिग्गी में उतरे। बच्चे खेलते हुए पानी की गहराई में चले गए। यहां पांच फीट से ज्यादा पानी था। बीच में पहुंचे तो तीनों डूब गए। इन दिनों श्रीगंगानगर का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है।

श्रीगंगानगर जिले के पटवा गांव में डिग्गी में नहाने गए तीन दोस्तों की सोमवार को डूबने से मौत हो गई

हादसे में 13 वर्षीय कमल बेरवाल पुत्र राजेंद्र बेरवाल, 14 वर्षीय

योगेश सहारन पुत्र परसराम सहारन और 15 वर्षीय युवराज पुत्र

रामनिवास की मौत हो गई. शाम तक जब कमल, योगेश और

युवराज घर नहीं पहुंचे तो तीनों के परिजन परेशान हो गए।

परिजन तलाश करने लगे। गांव के घरों में खोजा। मंदिर से मुनादी भी करवाई गई।

बच्चे नहीं मिले तो डिग्गी के पास तलाशी ली। वहां तीनों के शव मिले।

सोमवार की देर रात शवों को बाहर निकाला गया।

मंगलवार सुबह नौ बजे तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।

शाम तक घर नहीं पहुंचे तो तलाश शुरू

शाम तक जब कमल, योगेश और युवराज घर नहीं पहुंचे तो तीनों के परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने गांव की तलाशी ली। नहीं मिलने पर डिग्गी के पास तलाशी ली तो वहां कपड़े व चप्पल पड़े मिले। डिग्गी में तलाशी लेने पर तीनों के शव पड़े मिले।

कमल था परिवार का इकलौता बेटा

मृतकों में कमल बेरवाल अपने पिता का इकलौता पुत्र है। सूचना मिलने के बाद परिवार का हाल बेहाल है। परिवार में माता-पिता के अलावा एक बहन है। जबकि अन्य मृतक योगेश और युवराज के एक-एक भाई और बहन हैं।

तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया

गांव में जब तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया तो लोग आंसू नहीं रोक पाए. जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह दंग रह गया। गांव के तीन बच्चों की एक साथ मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया. घर में मां-बहन का बुरा हाल है।

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